- एक तो उबड़ खाबड़ सड़क, ऊपर से चोरी छिपे चल रही खोदाई से चलना हुआ मुश्किल

- गड्ढे दे रहे कमर दर्द, बारिश में पब्लिक परेशान

VARANASI

पानी और बिजली सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं को तय समय से पूरा करने के लिए चोरी छिपे खोदाई चल रही है। जबकि सावन माह को देखते हुए शासन की ओर से सड़कों पर एक फरसा चलाने की अनुमति नहीं है। फिर भी संबधित विभाग खुद को बचाने के लिए रात के अंधेरे में अपना वर्क पूरा कर रहे हैं। जिसका खामियाजा राहगीरों को उठाना पड़ रहा है।

वर्क पूरा करने का है दबाव

पब्लिक को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने सभी प्रोजक्ट को तय समय में पूरा कराने की डेडलाइन जारी की है। अपरिहार्य कारणों से अधूरे वर्क को पूरा कराने के लिए चोरी छिपे देर रात खोदाई का काम जारी है।

लग रहा जाम

डीएम का आदेश हुआ तो बारिश से पहले सड़क के गड्ढे को पाट दिया गया। मगर गड्ढे को पाटने के लिए किया गया पैचवर्क लोगों के लिए दर्द बन गया है। बीच सड़क पर बड़े- बड़े गड्ढे न सिर्फ लोगों को कमर दर्द का मरीज बना रहे हैं बल्कि जाम के साथ एक्सीडेंट का बड़ा कारण बन गए हैं।

इन एरिया में चलना मुश्किल

- लालपुर

- नदेसर

- चौकाघाट

- कचहरी पुलिस लाइन रोड

- कमिश्नर आवास के सामने

- पांडेयपुर

- अर्दलीबाजार

- महावीर मंदिर

आफिसियल वर्जन

मॉनसून से पहले ही सड़कों पर मरम्मत का कार्य कराया जा चुका है। शिकायत मिलने पर छूटे हुए प्वॉइंट पर भी पैचिंग वर्क कराया जा रहा है। कुछ ऐसे भी रोड हैं जहां बारिश में वर्क कराना संभव नहीं है। फिर भी मौसम साफ होते ही उन्हें भी ठीक करा लिया जाएगा।

वीके श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता , पीडब्ल्यूडी

पब्लिक वर्जन

शहर में जाम का मेन कारण गड्ढे ही हैं। इनके कारण न सिर्फ एक्सीडेंट हो रहे हैं बल्कि सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। लगातार गड्ढे में ड्राइविंग करने से कमर दर्द के चांसेज बढ़ गए हैं।

एनके पाण्डेय, सिगरा

खोदाई के कारण लगभग सभी सड़कें गड्ढे में तब्दील हो गई हैं, इससे इन सड़कों पर बाइक या कार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है। सबसे बड़ा उदाहरण नदेसर और चौकाघाट की सड़के हैं। जिन्हें जिला प्रशासन ने बनाने के बजाए सिर्फ पैचवर्क की खानापूर्ति की है।

आशुतोष पॉल, तेलियाबाग