'ढक्कन' है क्या?

ना ना, हम नगर निगम को ढक्कन नहीं कह रहे हैं, हम तो उससे पूछ रहे हैं कि शहर में 50 से ज्यादा मैनहोल्स खुले हुए हैं, इन्हें कवर करने के लिए आपके पास ढक्कन है क्या? अभी सोमवार की ही तो बात है, एक वकील साहिबा मलदहिया में खुले मैनहोल में गिरीं और नगर आयुक्त साहब पर मुकदमा लद गया। मंगलवार को नरिया में एक बुजुर्ग सज्जन भी इसकी चपेट में आ गया। कुछ मौतें भी हो चुकी हैं मगर शायद निगम को खुले मैनहोल्स नजर ही नहीं आते, इसीलिए हम उसकी आंखें खोलने जा रहे हैं, अंदर के पेज पर।

- शहर के अलग-अलग इलाकों में खुले पड़े मैनहोल्स बन रहे हैं हादसों का सबब, इसके बावजूद नहीं चेत रहा है नगर निगम

- सोमवार को मलदहिया में महिला के गिरने के बाद मंगलवार को नरिया में फिर से खुले मैनहोल में गिरे वृद्ध को आई गंभीर चोट

VARANASI: काशी को क्योटो बनाने का सपना इन दिनों हर कोई देख रहा है। प्रशासन, शासन और खुद पीएम मोदी इस सपने को साकार करने के लिए दिन-रात जुटे हैं। क्योटो कैसे बने काशी? इसकी पड़ताल करने के लिए अपने मेयर और डीएम पिछले दिनों क्योटो का दौरा भी करके लौटे हैं लेकिन काशी को क्योटो बनाने की सारी कवायद महज ढक्कन के कारण फंसती दिख रही है। ढक्कन वह भी निगम के। चौंकिये मत, हम यहां किसी को ढक्कन नहीं कह रहे हैं बल्कि निगम की लापरवाही के कारण हर इलाके में खुले पड़े मौत के मुहाने यानि मैनहोल्स को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर फोकस कर रहे हैं। क्योटो की राह में ये खुले मैनहोल्स बड़ा रोड़ा तो हैं ही साथ में लोगों को चोटिल करने की भी बड़ी वजह बनते जा रहे हैं। सोमवार को मलदहिया पर एक महिला वकील खुले मैनहोल में गिरी तो हड़कंप मच गया। महिला सिगरा थाने पहुंचे गई और नगर आयुक्त को इसके लिए दोषी मानते हुए तहरीर तक दे डाली। महिला के इस स्टेप से उम्मीद जगी कि कुछ बदलेगा लेकिन अगले ही दिन यानि मंगलवार की सुबह नरिया में एक और घटना खुले मैनहोल के कारण हुई और इसका शिकार बने एक रिटायर्ड वृद्ध।

साइकिल से गिर गए अंदर

नरिया के रहने वाले रिटायर्ड बीएचयू कर्मी केएन पाण्डेय डेली की तरह साइकिलिंग करने निकले थे। इस दौरान बीएचयू नरिया रोड पर रोड साइड खुले मैनहोल में गिर पड़े। उनको काफी चोटें आई हैं और इलाज घर पर ही जारी है। हालांकि ये कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी मई माह में तीन से चार लोग खुले मैनहोल में गिरने से चोटिल हो चुके हैं। इसके बावजूद नगर निगम अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़े हुए है।

अंधरापुल

अंधरापुल पर खुला पड़ा मैनहोल निगम की लापरवाही की बड़ी मिसाल है। पिछले लगभग चार महीनों से ये मैनहोल खुला पड़ा है और इस पर किसी का ध्यान नहीं है। स्थानीय लोग भी इस मैनहोल के खुले होने से हमेशा इस डर में रहते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाये।

मेरे ख्याल से पिछले तीन-चार महीनों से तो मैनहोल खुला पड़ा होगा। इसके बाद भी इस ओर किसी प्रशासनिक अधिकारी की नजर नहीं पड़ रही है।

मोनू कुमार, अंधरापुल

मैं अपने क्षेत्र में काम कर रहा हूं लेकिन मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि क्षेत्र में कहां मैनहोल खुला पड़ा है।

विजय जायसवाल, पार्षद राजाबाजार

नरिया, लंका

बीएचयू के पास का ये इलाका बहुत बिजी है। पूरा दिन स्टूडेंट्स और हॉस्पिटल में आने वाले पेशेंट्स के रिश्तेदार इस एरिया में मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद नरिया बीएचयू गेट के पास एक मैनहोल पिछले काफी समय से खुला पड़ा है। जिसमे मंगलवार को एक वृद्ध गिरने से चोटिल हो गए।

इस इलाके में यही नहीं कई और मैनहोल्स भी खुले पड़े हैं। कभी कोई अधिकारी या नेता इनकी सुध लेने नहीं आता है।

धीरज मिश्रा, नरिया

नरिया में खुले मैनहोल्स की प्रॉब्लम के बारे में जानकारी पाने के लिए जब यहां की पार्षद रानी को कॉल की गई तो इनका फोन भी स्विच आॅफ मिला।

पाण्डेयपुर-हुकुलगंज मार्ग

वरुणा पार के इलाके में इन दिनों सड़कों की खोदाई का काम चल रहा है। पूरे इलाके की हालत खराब है। बची-खुची कसर यहां खुले पड़े मैनहोल्स ने पूरी कर दी है और लोग इनमे गिरने से चोटिल हो रहे हैं।

वरुणा पार का इलाका तो ऐसे भी विकास से अछूता है। सड़कें खराब पड़ी हैं और मैनहोल्स कई जगहों पर खुले पड़े हैं। इनको बंद करने का होश किसी को नहीं है।

विकास कुमार मिश्रा, पाण्डेयपुर

हमने इन दोनों वार्ड के पार्षदों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन दोनों पार्षदों से बात नहीं हो सकी। एक पार्षद को फोन ऑफ बता रहा था जबकि दूसरे का कवरेज क्षेत्र से बाहर था।

ये है हाल

- शहर में हजारों की तादाद में मैनहोल्स हैं

- इनमे से कई पर सीमेंटेड और कई पर लोहे के ढक्कन लगे हैं

- सीमेंटेड ढक्कन भारी वाहनों के लोड से टूट जाते हैं

- जबकि लोहे के ढक्कनों को चोरी कर बेच दिया जा रहा है

- इस वजह से पिछले कुछ समय से निगम ने आरसीसी के ढक्कन लगवाने शुरू किए हैं

- पिछले साल अप्रैल में ही मेयर ने शहर के खुले मैनहोल्स का सर्वे कराया था

- इस दौरान लगभग म्0 मैनहोल्स खुले मिले थे

- इन सभी खुले मैनहोल्स को कवर करने को काम जलकल और निगम ने किया था

- लेकिन प्रॉपर केयर ने होने से एक बार फिर मैन्होल्स से ढक्कन गायब हो गए हैं

- ये खुले पड़े मैनहोल्स अब लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुके हैं और लोग आये दिन चोटिल हो रहे हैं

- प्रेजेंट टाइम में भी भ्0 से ज्यादा मैनहोल्स खुले पड़े हैं

खुला मैनहोल ले चुका है जान

- क्9 मई

लंका-नरिया मार्ग पर खुले मैनहोल में गिरने से नरिया निवासी रिटायर्ड बीएचयूकर्मी हुए जख्मी

- क्8 मई

मलदहिया में खुले मैनहोल में गिरने से कबीरचौरा की अर्चना जायसवाल हुई घायल

- क्ख् मई

ककतमत्ता पुल के पास खुले मैनहोल में गिरने से मढ़ौली निवासी रामप्रकाश यादव को आई चोट

- नौ मई

सदर तहसील के सामने खुले मैनहोल में गिरने से गिलटबाजार के रहने वाला शशांक हुआ घायल

- दो मई

सिगरा में खुले नाले में गिरने से बिहार बक्सर निवासी अशोक सिंह हुए थे घायल, इलाज के दौरान तोड़ा दम

- ख्8 अप्रैल

लहरतारा मोड़ के पास खुले मैनहोल में गिरने से संजय सिंह हुए जख्मी

लगभग पूरे शहर का है ये ही हाल

- मंडुवाडीह-ककरमत्ता रोड

- चंदुआ छित्तूपुर घंटी मिल रोड

- सिगरा थाने के सामने

- रोडवेज के पास

- अंधरापुल चौराहा

- बीएचयू चाहदीवारी के पास

- लंका नरिया मार्ग

- हुकुलगंज रोड

- पाण्डेयपुर चौराहे के पास

- मलदहिया फातमान रोड

- चांदपुर रोड

- कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज के सामने

अगर हो ऐसी घटना तो करें कम्प्लेन

सा मवार को अर्चना जायसवाल के मैनहोल में गिरने के बाद पुलिस ने उनकी तहरीर पर जो एक्शन लिया शायद वह उनको शांत करने के लिए ही था क्योंकि अगर कानूनन देखा जाये तो ऐसी दशा में दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। सीनियर एडवोकेट श्रीनाथ त्रिपाठी का कहना है कि ये गंभीर मामला है क्योंकि निगम आटोनॉमस बॉडी है और सुविधाओं के बदले पब्लिक उसे टैक्स देती है। इसके बाद भी अगर निगम की लापरवाही से किसी को क्षति पहुंचती दोनों का अधिकारी होता है। एडवोकेट त्रिपाठी की मानें तो अगर निगम की इस तरह की लापरवाही से किसी की जान जाती है तो धारा फ्0ब् (ए) के तहत हत्या का मामला और फ्फ्8 यानि चोट पहुंचाने के तहत क्षतिपूर्ति का मामला बनता है।

खुले मैनहोल्स को बंद कराने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को कहा गया है। इसके बाद भी अगर लापरवाही हुई तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

आरएम श्रीवास्तव, कमिश्नर

सोमवार को हुई घटना के बाद ही मैंने खुले मैनहोल्स को बंद कराने का आदेश दिया है। निगम के अधिकारी शहर में ऐसे मैनहोल्स को सर्च कर रहे हैं जो खुले हैं। जल्द ही सभी को कवर करा दिया जायेगा।

रामगोपाल मोहले, मेयर