वाराणसी (ब्यूरो)सोनभद्र सोनांचल में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 228 लोग विभिन्न आपदा के चपेट में आने से मारे गएसभी मृतकों को जिला प्रशासन ने दैविय आपदा राहत कोश से धनराशि उपलब्ध करा दी हैहालांकि कि इस दौरान अभी 12 से अधिक मामले लंबित है, जिसे जल्द ही हल करने का दावा विभागीय अफसरों ने की है

120 की डूबने से मौत

सर्वाधिक 120 मौत डूबने से हुई हैदूसरे नंबर पर जनपद में सर्प दंश से मरने वालों की रही हैसर्प दंश से जनपद में एक वित्तीय वर्ष में 78 मौत दर्ज किया गयातीसरे नंबर पर वज्रपात से मरने वालों की संख्या हैवज्रपात से जनपद में 27 लोगों की मौत दर्ज की गयी हैइस बीच एक व दो अप्रैल के बीच वज्रपात से तीन लोगों की मौत भी हो चुकी हैइसके अलावा एक व्यक्ति की मौत अग्निकांड, ओलावृष्टि से एक भी मौत नहीं हुई हैचक्रवात व आंधी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या दो रहीसभी मृतकों का अंत्यपरीक्षण के बाद निर्धारित धनराशि उपलब्ध करा दी गयी है

वर्ष 2018-23 तक 345 की मौत

जिला आपदा विभाग के अनुसार वर्ष 2018 से 2023 तक के बीच विभिन्न आपदाओं में 345 लोगों ने जान गंवाई हैयह उन लोगों की सूची है जिन्हें आपदा राहत कोष से लाभांवित किया गया हैबताया कि इसमें सर्वाधिक मौत 182 लोगों की मौत डूबने से हुई हैइसके बाद 132 मौत वज्रपात के कारण हुई हैदो लोगों की मौत अग्निकांड, 11 लोगों की मौत अतिवृष्टि व ओलावृष्टि के कारण दर्ज किया गया हैतीन लोगों की मौत चक्रवात के कारण, दो लोगों की मौत नाव दुर्घटना, सात लोगों की मौत वन्य जीव द्वंद के कारण दर्ज किया गया है.

आपदा में मौत पर मुआवजा

वज्रपात, सर्पदंश, बिच्छू के डंक, आग से जलने, पानी में डूबने से मौत हो जाने पर शासन स्तर से मृतकों को स्वजनों को चार लाख रुपये मुआवजा मिलता हैइसी तरह बिजली कंपनी की लापरवाही से कहीं टूटे तार या एलटी लाइन की चपेट में आकर करंट से किसी की मौत होने पर भी मुआवजा का प्रावधान है