-कॉरिडोर निर्माण में तेजी लाने के लिए लगेंगे 1800 एक्स्ट्रा मजदूर

-10 जून तक पूरा करना है डीएम आवास से शास्त्री घाट तक कॉरिडोर का कार्य

-सीएम प्रोग्राम को देखते हुए युद्धस्तर पर चल रहा निर्माण कार्य

VARANASI

वरुणा कॉरिडोर को 'बिहारी' संवारेंगे। सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा होगा कि इसे संवारने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है और यह आदेश यूपी गवर्नमेंट का है। फिर 'बिहारी' कैसे संवारेंगे। असल में वरुणा कॉरिडोर निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने के लिए बिहार से एक्स्ट्रा मजदूर बुलाए गए हैं। बिहार के अलावा कई मजदूर बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। ये मजदूर फ्0 मई तक काशी आएंगे। दस जून को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बनारस आ रहे हैं। वे वरुणा कॉरिडोर मॉडल का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले इसे मूर्त रूप देने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।

लगेंगे क्800 एक्स्ट्रा मजदूर

वरुणा कॉरिडोर सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके निर्माण को पूरा करने के लिए वर्तमान में ख्00 मजदूर दिन-रात शिफ्टवार काम कर रहे हैं। मगर इनके सहारे वरुणा कॉरिडोर का कार्य समय पर पूरा करना मुमकिन नहीं होगा। इससे क्800 मजदूर एक्स्ट्रा बुलाए जा रहे हैं। एपको के बीडी सिंह ने बताया कि दस जून तक डीएम आवास से कचहरी स्थित शास्त्री घाट तक कॉरिडोर को मूर्त रूप दे दिया जाएगा। वहीं मानसून से पहले ख्0 जून तक चौकाघाट तक कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। फिलहाल ख्ब् पोकलेन मशीन और जेसीबी ड्रेजिंग व जियो सीट बिछाने में लगी है। बारिश में वरुणा किनारे हरे पौधे लगाए जाएंगे। दस जून तक कचहरी स्थित दोनों पुलों के बीच कॉरिडोर का मॉडल बनकर तैयार हो जाएगा। जिसमें रंग-बिरंगी लाइटें और फव्वारे शोभा बढ़ाएंगे। एक्स्ट्रा बुलाए गए मजदूरों के लिए ताज के पीछे खाली पड़ी जमीन पर अस्थाई आवास और ब्ख् शौचालय का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है।