वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम ने स्वच्छता के साथ स्मार्ट वार्ड का कंसेप्ट दिया, जिसे स्मार्ट सिटी ने लगभग साकार भी कर दिया। इसकी हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम रविवार को दशाश्वमेध और जंगमबाड़ी वार्ड पहुंची। पेश है एक रिपोर्ट

अक्टूबर थी डेट लाइन पर अब तक हो रहा काम
- दशाश्वमेध वार्ड
- अगस्त 2020 में काम शुरू हुआ
- 16 करोड़ खर्च
- 6 किमी में फैला पूरा वार्ड
- 31 अक्टूबर तक पूरा होना था काम

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम रविवार दोपहर दशाश्वेमध वार्ड पहुंची। जहां स्मार्ट वार्ड का काम चल रहा था। काफी संकरी गली हैं। बावजूद कोने-कोने तक मिर्जापुर के लाल पत्थर मिले, जो चमक रहे थे। वाटर सप्लाई और वेस्ट सीवर मैनेजमेंट के लिए हर गली के मोड़ पर एनआरबी, सुसवाल, चॉबी, रेन फिट लगी है। भविष्य में खुदाई से बचने के लिए घरों के सामने हाउस पेंच लगाए गए हैं। भविष्य में अंडर ग्राउंड बिजली केबिल डालने के लिए डीआई फिट पाइप लाइन डाली गयी है। गली की दीवारों पर गंगा घाट, मंदिर, संत-महात्मा, भगवान शंकर और श्रीराम की आकर्षक पेटिंग उकेरी गयी, जो बनारस की सांस्कृति और पौराणिकता का एहसास करा रही है। इस वार्ड में लगभग काम पूरा हो चुका है, लेकिन यह काम अक्टूबर में ही पूरा हो जाना चाहिये था। निर्माण कार्य धीमी गति होने से अभी तक काम पूरा नहीं हो सका है।

स्मार्ट सिटी के तहत अच्छा काम हो रहा है। अब साफ पानी मिलने लगा। गलियां भी चमकती हैं। सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो गयी। कुल मिलकर अब काफी सुकून मिल रहा है।
- प्रिया विश्वकर्मा

वार्ड में पहले से काफी सुधार हुआ है। सुविधाएं भी बढ़ी हैं। अब वाटर की सप्लाई अच्छी है। गलियां भी अच्छी हो गयी हैं। घर से बाहर निकलते ही अच्छा अहसास होता है।
- रत्नेश गुप्ता

पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से श्री काशी विश्वनाथ धाम के साथ आसपास के वार्ड में खूब काम हो रहा है। प्राचीनता में नवीनता का अहसास हो रहा है। बिना छेड़छाड़ के संकरी गलियों में बेहतर काम किया गया है।
- नरसिंह दास, पार्षद


पार्षद का प्रयास लगया रंग
- जंगमबाड़ी वार्ड
-14 अगस्त 2020 से काम शूरू हुआ।
-12.65 करोड़ खर्च
-5 किमी में फैला पूरा वार्ड
-31 अक्टूबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य था।

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने जंगमबाड़ी वार्ड की पड़ताल की

अधिकतर गलियां एकदम साफ सुधरी दिखीं। मिर्जापुर के लाल पत्थरों से गलियां चमक रही थीं। वाटर सप्लाई और वेस्ट सीवर मैनेजमेंट के लिए हर गली के मोड़ पर एनआरबी, सुसवाल, चॉबी, रेन फिट लगी है। स्थानीय पार्षद के प्रयास से वाटर सप्लाई इतनी अच्छी हो गई है कि बिना पम्प के ही तीन मंजिल तक पानी पहुंच जाता है। पीएम के स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर कुछ लोगों ने खुद गलियों की सफाई का बीड़ा उठाया है। दशाश्वमेध की तरह इस वार्ड की गलियों की दीवारों पर गंगा घाट, मंदिर, संत-महात्मा, भगवान शंकर और श्रीराम की आकर्षक पेटिंग उकेरी गयी।


पहले पानी की समस्या बहुत ज्यादा थी। मैंने अपने रिस्क पर गलियों में दौड़ी पेयजल पाइप को सड़क से जा रही लाइन में कनेक्ट करा दिया, जिससे पानी की समस्या खत्म हो गयी। इसके अलावा स्मार्ट वार्ड के तहत भी अच्छा काम हुआ है, जिससे सुविधाएं बढ़ी हैं।
-गोपाल यादव, पार्षद

वार्ड में स्मार्ट सिटी ने 90 फीसद तक काम अच्छा किया हैं। कुछ कमियां हैं, जिससे अवगत कराया गया है। अब गली देखने लायक हो गयी है। मेहमान आते हैं तो गलियों की स्थिति देखकर खुश होते हैं।
जॉन दादा

शुरुआत में स्मार्ट सिटी के काम में लापरवाही दिखी थी। मौके पर निरीक्षण के लिए कमिश्नर और नगर आयुक्त आए थे। इसके बाद काफी अच्छा काम हुआ। अब कोई शिकायत नहीं है। काफी सहूलियत हो गयी है।
-कुसुम मिश्रा