जलकल वाटर टैक्स बढ़ाने का तैयार कर रहा प्रस्ताव

पार्षदों में टैक्स बढ़ाये जाने की सुगबुगाहट को लेकर गुस्सा

पिछली बार 2010 में बढ़ाया गया था वाटर टैक्स

VARANASI

एक तो सुविधा दे नहीं पा रहे हैं, ऊपर से टैक्स बढ़ाने की तैयारी चल रही है। अब तो पानी भी महंगा होने जा रहा है। जी हां, जलकल विभाग वाटर टैक्स में इजाफा करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इससे पहले जलकल विभाग ने ख्0क्0 में टैक्स बढ़ाया था। लेकिन जितने वाटर टैक्स वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया था, उससे कम टैक्स की बढ़ोतरी हो सकी थी। जलकल विभाग के सचिव ने बताया कि वाटर टैक्स बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इस शासन को भेजा जाएगा।

लोगों पर पड़ेगा अतिरिक्त बोझ

वाटर टैक्स में इजाफा किये जाने के बाद आम पब्लिक पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। वहीं पानी की कम सप्लाई और दूषित जलापूर्ति के चलते पहले ही जलकल विभाग पर सवाल उठते हैं। नगर निगम के पार्षद भी इस इजाफे के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वाटर टैक्स बढ़ाये जाने को लेकर कुछ लोगों ने नगर आयुक्त से मुलाकात भी की थी।

वाटर क्वॉलिटी से पब्लिक परेशान

जलकल विभाग जनता को जो पानी देता है उसकी गुणवत्ता का कोई भरोसा नहीं है। ज्यादातर घरों में गंदा पानी आता है। लोगों की शिकायत यह भी होती है कि उनके घरों तक बहुत कम पानी मिल पाता है और जब पानी आता है सीवर युक्त पानी मिलता है। घनी बस्ती वाले एरिया में दूषित पानी और पानी न आने की शिकायतें सबसे ज्यादा आती हैं लेकिन इसे ठीक करने की ओर जलकल विभाग का कोई ध्यान नहीं है।

ख्0क्0 में बढ़ाया गया था वाटर टैक्स

साल ख्0क्0 में वाटर टैक्स में इजाफा किया गया था। उस वक्त भ्7 प्रतिशत टैक्स बढ़ाने के प्रस्ताव था लेकिन इसका आधा ही टैक्स बढ़ाया गया था। जलकल विभाग टैक्स इजाफा किये जाने की तैयारी कर रहा है। टैक्स में कितने प्रतिशत का इजाफा करने का प्रस्ताव बनाया जाएगा इसका खुलासा जलकल ने अभी नहीं किया है।

वाटर टैक्स बढ़ाये जाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जिसे शासन को जल्द ही भेजा जाएगा। इससे पहले ख्0क्0 में टैक्स बढ़ाया गया था।

एससी श्रीवास्तव

सचिव, जलकल

जलकल विभाग पानी तो साफ दे नहीं पाता है लेकिन टैक्स बढ़ाने को तैयार रहता है। पहले पब्लिक को सुविधा दे उसके बाद टैक्स बढ़ोतरी की बात करे। सदन में इस प्रस्ताव का विरोध किया जाएगा।

विजय जायसवाल, सपा पार्षद दल के नेता

किसी भी क्षेत्र में आप चले जाइये, पानी की सप्लाई कहीं भी साफ नहीं होती है। लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है। ऐसे में वाटर टैक्स बढ़ाना तो गलत होगा। पहले जलकल सुविधा दे, उसके बाद टैक्स की सोचे।

नरसिंह दास, भाजपा पार्षद दल के नेता