-शहर में फैली एक अप्रैल से शराब बंदी की अफवाह

-पीने के शौकीन जमा करने लगे हैं शराब

-महिलाओं के लगातार विरोध से शराब बंदी को मिल रहा बल

VARANASI

एक अप्रैल से यूपी में शराब बंद हो रही है। यह अफवाह इन दिनों तेजी से फैल रही है। इसका असर है कि शराब के शौकीन स्टॉक करना शुरू कर दिए हैं। उनकी कोशिश है कि शराबबंदी के बाद जो दो-चार दिन पीने को मिल जाए। उसके बाद का जुगाड़ देखा जाएगा। जिस तरह प्रदेश के नए सीएम कड़े फैसले ले रहे हैं उससे इस अफवाह को बल मिल रहा है। चर्चा करने वाले कह रहे हैं कि जिस तरह बूचड़खानों पर ताला लटक गया उसी तरह से शराब की दुकानों पर ताला लग जाएगा। इस अफवाह की ही देन है कि शराब की दुकानों के खिलाफ आंदोलन तेज हो गया है। दुकानों में तोड़फोड़ और दुकानदारों के साथ मारपीट हो रही है। खासतौर पर महिलाएं जल्द से जल्द शराब बंद करा देना चाहती हैं। इस माहौल का फायदा उठाते हुए शराब लूटी भी जा रही है।

बिक्री में हुआ इजाफा

शराब बंदी की अफवाह का असर यह हुआ है कि शहर में शराब की सेल बढ़ गई है। जिसे डेली एक बोतल की जरूर होती है वो दो खरीद रहा है। एक को पीने-पिलाने में उपयोग कर रहा है तो दूसरी को स्टॉक कर रहा है। वहीं इस मौके को देखते हुए कुछ दुकानों में शराब के निर्धारित मूल्य से अधिक वसूला जा रहा है। इसे लेकर किचकिच भी हो रही है लेकिन जिसकी तलब लगी हो वो मजबूर होकर रुपये दे ही देता है। आबकारी विभाग के मुताबिक पहले जहां आम दिनों में डेली 80 लाख रुपये की शराब बिकती थी। वहीं इस वक्त लगभग एक करोड़ रुपये की शराब रोज बिक रही है। चुनाव के दौरान फरवरी माह में शराब की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ था। इस महीने चार लाख 97 हजार म्ख्म् बोतल इंग्लिश वाइन बिकी थीं। मार्च महीना खत्म होने में अभी कुछ दिन बचे हैं लेकिन बिक्री का आंकड़ा इससे आगे निकलता दिख रहा है। वहीं पिछले महीने में बियर की सेल छह लाख फ्7 हजार रुपये की हुई थी इसमें भी इजाफा होने की संभावना है। देसी दारू की भी काफी डिमांड है। पिछले महीने आठ लाख ख्क् हजार 9भ्ब् लीटर देशी दारू बिकी थी। इस महीने बिक्री इससे ज्यादा होगी। बिक्री अधिक होने से दुकानदार खुश हैं। उन्हें बिक्री का दिया टारगेट पूरा करने का मौका मिल गया है। जो मार्च माह में कुछ दिनों की बंदी की वजह से गड़बड़ होता नजर आ रहा था।

सोशल मीडिया पर चल रहा कैंपेन

चाय-पान की दुकानों, ठेले-खुमचे वालों में शराब की बिक्री बंद होने की चर्चा है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर शराब बंदी को लेकर कैम्पेन शुरू हो गया है। शराब का विरोध करने वाले अपने सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए लोगों को इस मुहिम में जोड़ रहे हैं। शराब से होने वाले नुकसान को बता रहे हैं। इन दिनों शहर में शराब के खिलाफ जगह-जगह चल रहे आंदोलन की फोटो अपलोड करते हुए उसे जायज ठहरा रहे हैं। इस कैम्पेन का असर है कि शराब की खिलाफत करने वाले एक मंच पर जुटते नजर आ रहे हैं।

शराब बंदी को लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। शराब स्टॉक की जा रही है इसकी सूचना भी नहीं मिली है। दुकानदार शराब बिक्री के टारगेट को पूरा करने में लगे हैं।

वाईआर यादव, जिला आबकारी अधिकारी