-महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध पर रोक लगाने के लिए राज्य महिला आयोग की ओर से शुरू की गई हेल्पलाइन का नंबर ही नहीं मौजूद

- मीडिया के सामने महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने की थी शुरुआत, डायल करने पर बताने लगा मौजूद नहीं है नंबर

VARANASI

डायल किया गया नम्बर मौजूद नहीं है। यह आवाज मीडियाकर्मियों के मोबाइल से तब आनी शुरू हुई जब मंगलवार को राज्य महिला आयोग की ओर से टोल फ्री नंबर क्भ्क्भ् जारी होने के बाद उन्होंने उसपर कॉल किया।

अब इसे प्रदेश सरकार की योजनाओं का फेल्योर कहें या फिर तकनीकी गड़बड़ी जिसके कारण सर्किट हाउस में टोल फ्री नम्बर लांच करने के दौरान

राज्य मंत्री और राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुमन यादव को मीडिया के सामने शर्मिदा होना पड़ा।

शिकायत का कोई फायदा नहीं

महिलाओं के साथ बढ़ती हिंसा व छेड़खानी की घटनाओं पर नकेल लगाने के लिए राज्य महिला आयोग की ओर से टोल फ्री नंबर क्भ्क्भ् जारी किया गया। सर्किट हाऊस में मीडिया से मुखातिब आयोग की उपाध्यक्ष सुमन यादव ने यह टोल फ्री नंबर लांच होने का दावा किया। मीडियाकर्मियों ने नंबर मिलाकर पड़ताल की तो दावे की पोल खुल गई। इस पर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने आयोग के लखनऊ मुख्यालय से मोबाइल पर संपर्क साधा। हालांकि देर शाम तक नतीजा कुछ नहीं निकला और जारी किए गए नंबर पर ट्यून डॉयल किया हुआ नंबर मौजूद नहीं हैं की ही मिलती रही। उपाध्यक्ष ने महिलाओं से जुड़ी हिंसा व छेड़खानी की घटनाओं पर प्रभावी रोक पाने की बाबत नए एप को प्रयोग में लाने पर विचार किए जाने की बात कही।

अधूरी तैयारी पड़ गई भारी

राज्य महिला आयोग में महिला हिंसा व छेड़खानी से जुड़ी शिकायतों की संख्या का विवरण जब आयोग की उपाध्यक्ष से पूछा गया तो इसका वास्तविक आंकड़ा बता पाने में वे फेल रही। बस इतना कहा कि आयोग में डेली ख्00 से फ्00 शिकायतें आती हैं और ख्00 से ख्भ्0 निस्तारित होती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल जैसी गंभीर समस्याओं से निजात दिलाने के लिए आयोग की उपाध्यक्ष समेत ख्भ् सदस्यों की ओर से एक-एक गांवों को गोद लेने की बजाय उनमें नियमित चौपाल लगाया जाएगा। फरवरी माह से आयोग गांवों में चौपाल लगाने की शुरुआत करेगा। बुधवार को सुबह क्क् बजे से सर्किट हाऊस में सुमन यादव सुनवाई खुद करेंगी।