वाराणसी (ब्यूरो)अगर आप के भी फेसबुक अकाउंट पर किसी महिला या लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही वह आपसे चैटिंग करने लगती है और खुद को विदेशी नागरिक बताते हुए आपसे दोस्ती करने की बात कहती है तो सावधान हो जाएंक्योंकि इन दिनों साइबर क्राइम में महिलाएं व लड़कियां भी शामिल हो गई हैंफेसबुक व अन्य सोशल साइट्स पर ट्रेंड कर स्पैमर हसीनाएं इन दिनों लोगों को जमकर चुना लगा रही हैंहैरानी वाली बात तो यह है कि इन स्पैमर हसीनाओं की जाल में फंसकर लोग लुट भी जा रहे हैं और समाज में अपनी मान प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए इसकी कंप्लेन भी नहीं कर रहे हैंऐसे में इसका फायदा उठाकर यह महिला साइबर क्रिमिनल्स इन दिनों फेसबुक के जरिए लोगों को रोजाना ठग रही हैंऐसी ही स्पैमर्स का शिकार हुए शहर के कुछ लोग पुलिस से शिकायत करने की बजाए अपने सगे को अपनी आपबीती सुनाईवहीं, पुलिस के साइबर सेल एक्सपर्ट ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.

केस-1

सिटी के लहरतारा एरिया में रहने वाले एक व्यक्ति के फेसबुक पर मुंबई की एक युवती की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आईफिर उसकी जाल में फंस गयाइसके बाद उसे 25 हजार रुपए भी भेज दियास्पैमर के यह कहने पर कि वह लखनऊ आ चुकी है, वह खुद उससे मिलने वहां पहुंच गयालेकिन, वहां पहुंचने के बाद फेसबुक पर तो वह ब्लॉक हो ही चुका था और स्पैमर लड़की का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गयासमाज के डर से उसने पुलिस में कंप्लेन भी नहीं की.

केस-2

पांडेयपुर का रहने वाला एक लड़का भी एक स्पैमर हसीना की जाल में फंसकर 50 हजार रुपए गवां दियाअपनी सुंदर तस्वीर के साथ लड़की ने फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजाइसके बाद चैटिंग करते-करते वीडियो कॉल पर लड़की पहले अर्धनग्न हुई, फिर लड़की ने लड़के का भी इस तरह का वीडियो बना लियाइसके बाद उसे ब्लैकमेल करने लगीहैरानी वाली बात तो यह है कि इन दोनों मामलों में स्पैमर ने बिल्कुल एक जैसी ही बात की और अपनी डिटेल भी एक जैसी ही बताईयुवक को जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसके पास अफसोस के अलावा अन्य कोई रास्ता नहीं बचा था.

स्मार्ट गल्र्स बन कर रहीं दोस्ती

इन स्पैमर हसीनाओं का शिकार हुए लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह सबसे पहले आपको खुद ही फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती हैंजब आप उनकी प्रोफाइल चेक करेंगे तो पता चलेगा कि वे कॉल गर्ल और पैसा ऐंठने वाली हैंइसमें कुछ एनआरआई भी हैंयानी कि उनकी पैदाइश इंडिया में हुई है, लेकिन वह यहां कभी रहीं नहींविदेशी दोस्त बनाने की होड़ में लोग आसानी से इनका फ्रेंड रिक्वेस्ट भी एकसेप्ट कर ले रहे हैंइसके तुरंत बाद यह हसीनाएं आपसे दोस्ती करने के लिए आपके इन बाक्स में मैसेज करना शुरू कर देती हैंइनकी सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यह सभी एक ही तरह की बात करती हैं और अपनी प्रोफाइल से लेकर अपनी डिटेल भी एक जैसी ही बताती हैं.

प्रतिष्ठा के डर से नहीं करते शिकायत

रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के कुछ ही दिनों में अपना मोबाइल नंबर भी दे देती और वीडियो कॉल भी करने लगतीसाइबर सेल से जुड़े जानकार बताते हैं कि शहर में दर्जनों लोग इन स्पैमर का शिकार होकर लाखों रुपये ठगी का शिकार हो चुके हैंलेकिन समाज में अपनी प्रतिष्ठा खोने के डर से वे पुलिस के पास शिकायत लेकर नहीं जा रहे.

इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैंसभी थानों को मिलाकर एक माह में करीब-करीब 50 से 60 ऐसे केस आ ही जाते हैंकई लोग तो समाज और अपनी प्रतिष्ठा की डर से शिकायत ही नहंी करतेइस जाल में फंसने वालों को अवेयर किया जाता है कि जिसे न जानते हो उसका रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करे तो बेहतर है.

विजय कुमार मिश्रा, प्रभारी, साइबर क्राइम थाना