देहरादून (ब्यूरो) बिजली के पोलों पर तारों का गुच्छा शहर की सुंदरता पर दाग लगा रहे थे, लेकिन स्मार्ट रोड बनने से अब ये दाग गायब हो गए हैं। पीआईयू के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुश ने बताया कि चकराता रोड, राजपुर रोड, हरिद्वार रोड और ईसी रोड को स्र्माट रोड के रूप में डेवलप किया जा रहा है। इनमें तीन रोड का काम तकरीबन पूरा हो गया है। इन सड़कों से बिजली के पोल अंडग्राउंड हो चुके हैं और हॉमिक्सिंग कार्य भी पूरा हो गया है। हरिद्वार रोड को भी इसी माह के आखिरी तक कंप्लीट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फुटपाथ को छोड़कर स्मार्ट रोड 7 मीटर चौड़ी हो गई हैं। सड़क के दोनों ओर कहीं-कहीं पर छूटा हुआ 1.8-1.8 मीटर के फुटपाथ के साथ ही फुलवारी और प्लांटेशन से सजाने का काम चल रहा है। रोड पर कहीं भी तारों का जाल नहीं दिख रहा है। अब रोड के साथ बाजार भी खूबसूरत दिखने लगा है।

स्मार्ट रोड पर एक नजर
रोड का नाम लागत
- राजपुर रोड 25 करोड़
- चकराता रोड 20 करोड़
- ईसी रोड 21 करोड़
- हरिद्वार रोड 23 करोड़

हरिद्वार रोड का काम भी जल्द होगा कंप्लीट
हरिद्वार रोड भी जल्द कंप्लीट हो जाएगी। इस रोड पर करीब 23 करोड़ खर्च होंगे। ङ्क्षप्रस चौक से आराघर के बीच प्रस्तावित स्मार्ट रोड के 1.5 किमी। भाग पर दोनों तरफ 2700 मीटर की नाली का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही बिजली की लाइनों को अंडरग्राउंड करने के लिए 3000 मीटर भाग पर डक्ट बनाई जा रही है। इसके अलावा 80 मीटर भाग पर सीवर लाइन, पुल पिट चैंबर, सीवर मेनहोल, सीवर कनेङ्क्षक्टग चैंबर, फुटपाथ निर्माण, लाइटङ्क्षनग व लैंडस्केङ्क्षपग के कार्य जल्द पूरे जाएंगे। इस रोड का काम भी तकरीबन 80 परसेंट तक पूरा हो गया है। डीएम एवं स्मार्ट सिटी की सीईओ सोनिका के निर्देश पर हरिद्वार रोड का काम देख रही सत्य साईं कंपनी को लापरवाही के लिए नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद कंपनी ने काम की स्पीड बढ़ा दी है। समय पर काम पूरा न होने पर इस कंपनी पर भी गाज गिर सकती है।


लापरवाही से पिछड़ा रोड प्रोजेक्ट
स्मार्ट रोड का काम शुरुआत में ब्रिज एंड रूफ कंपनी को सौंपा गया था। कार्य अवार्ड होने के बाद दो साल तक कंपनी ने काम ही शुरू नहीं किया। स्मार्ट रोड को लेकर बार-बार सवाल खड़े हुए, जिसके बाद इस कंपनी से काम छीन लिया गया। पिछले साल स्मार्ट रोड का काम पीडब्ल्यूडी की पीआईयू यूनिट को सौंपा गया, जिसके बाद स्मार्ट रोड का काम तेजी से आगे बढ़ा और आज काम लगभग आखिरी स्टेज पर है। वहीं, चाइल्ड फ्रेंडली सिटी परियोजना में टेंडर प्रक्रिया में ढिलाई बरतने पर ङ्क्षहदुस्तान स्टील वक्र्स लि। को भी ब्लैक लिस्ट किया गया है। इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर काम वापस लिया गया।

dehradun@inext.co.in