SSP ने गठित की team

दरअसल, एक अप्रैल को चोरों ने चकराता रोड स्थित अजंता फोटो स्टूडियो का ताला तोड़कर लाखों का माल उड़ा लिया था। पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि दूसरी घटना पांच अप्रैल को रामा मार्केट स्थित आदित्य टेलीकॉम में सामने आ गई, जहां से चोरों ने सेंधमारी कर मोबाइल सेट के साथ अन्य सामान चोरी कर लिया। एसएसपी केवल खुराना ने इन घटनाओं का खुलासा करने के लिए सभी थाना स्तर पर टीम गठित की थी।

हरिद्वार बाईपास से किया arrest

प्रेस कांफ्रेस के दौरान एसएसपी ने बताया कि मंडे मॉर्निंग करीब साढ़े ग्यारह बजे पटेलनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि तीन चोर चोरी का सामान बेचने की नियत से कहीं बाहर निकलने वाले हैैं। बिना देर किए पुलिस ने तीनों चोरों को हरिद्वार बाईपास स्थित राधास्वामी सत्संग भवन के समीप से धर दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान सऊद खान पुत्र मकसूद निवासी आजाद कॉलोनी पटेलनगर, गोपाल दत्त पुत्र हरिदत्त ग्र्राम आगासपुर थाना भिकियासैण जिला अल्मोड़ा व महिपाल सिंह तोमर पुत्र ओमप्रकाश निवासी सुभाषनगर कोतवाली काशीपुर जिला ऊधमसिंह नगर बताई।

इंदिरा मार्केट में हुई चोरी में भी हाथ

इस दौरान एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से अजंता फोटो स्टूडियो से चोरी हुए कुल छह कैमरे, 10 रुपए के सात सौ सिक्के व एक आईफोन बरामद किया गया। जबकि आदित्य टेलीकॉम से चोरी हुए 37 मोबाइल सेट, 11 डमी मोबाइल सेट, नौ नोकिया बैटरी व रिचार्ज कूपन सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। कप्तान ने बताया कि आरोपियों ने इंदिरा मार्केट स्थित दुकानों में पिछले दिनों हुई चोरी की घटना को भी अंजाम देने की बात स्वीकार की है।

होटल में काम करता है गोपाल

अल्मोड़ा निवासी गोपाल कुछ साल पहले दून आया और आईएसबीटी स्थित एक दुकान में काम करने लगा, जहां उसका संपर्क सऊद खान से हुआ। सऊद खान दुकान में इलेक्ट्रिसिटी का काम करने के लिए अक्सर आया जाता करता था, लेकिन कुछ माह पहले उसने दुकान में जॉब छोड़कर सिटी के एक होटल में काम करना शुरू कर दिया, यहां उसका संपर्क महिपाल से हुआ। इसी बीच गोपाल को पता चला कि उसकी बहन की शादी है, जिस कारण उसे रुपए की जरुरत पडऩे लगी और उसने सऊद और महिपाल के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया।

 

पहले रैकी करते थे तीनों

घटना को अंजाम देने के लिए तीनों लोग दिन में रैकी करते थे और रात को चोरी। एसएसपी ने बताया कि घटना के दौरान गोपाल और सऊद ताले तोड़कर दुकान में घुसकर चोरी करते थे। जबकि महिपाल बाहर रहकर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखता था।