देहरादून (ब्यूरो) : एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मंडे सुबह दूधली रोड पर वन विभाग के चेक पोस्ट से करीब 150 मीटर अंदर जंगल में एक युवक का लहूूलुहान शव मिला था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही ग्रामीण युवक के शव को अपने घर ले गए। वन विभाग के कर्मचारियों ने जब घटना को संदिग्ध बताया तो पुलिस मृतक के घर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान अमित कुमार निवासी दूधली के रूप में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन हॉस्पिटल भेजा और क्लेमेंट टाउन थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल को मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश जारी किए।

सख्ती हुई तो सब कुछ उगल दिया

पुलिस टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और परिजनों व आसपास के लोगों से पूछताछ की। पता चला कि संडे शाम को अमित अपने चचेरे भाई मुकेश व दोस्त राजेंद्र उर्फ राजन और सुनील के साथ दूधली के जंगल की ओर गए थे। रात के समय तीनों वापस आ गए। लेकिन, अमित घर नहीं पहुंचा। इस मामले में मृतक की बहन दीपा देवी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान मृतक के साथ गए उसके तीनों दोस्तों से पूछताछ की गई। इसदौरान मृतक के चचेरे भाई मुकेश कुमार की बातों पर शक होने लगा। पूछताछ में आरोपी ने अपने चचेरे भाई अमित कुमार की हत्या करना की बात स्वीकार की। मुकेश की निशानदेही पर घटनास्थल के पास से घटना में इस्तेमाल पत्थर, घटनास्थल से कुछ दूर खून लगे लोअर व चप्पलों भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।

बात करने का दबाव बना रहा था अमित

आरोपी मुकेश कुमार ने पुलिस को बताया कि वह कारपेंटर का काम करता है। 21 जनवरी को अमित अपने दो अन्य दोस्तों राजन और सुनील के साथ जंगल में पार्टी करने गया था। दोपहर बाद सुनील ने उसे फोन कर जंगल में बुलाया। जहां उन चारों ने एक साथ बैठकर शराब पी। शाम के वक्त करीब 5 बजे राजन अपने घर चला गया। उसके कुछ देर बाद ही सुनील भी मौके से अपने घर को चला गया। इस बीच मृतक अमित के मोबाइल पर किसी का फोन आया। जब मुकेश ने बात नहीं की तो अमित ने उसे गालियां दी और उसके सिर पर पत्थर मार दिया।

बोतल से चेहरे व सिर पर कई वार

आरोपी ने बताया कि गुस्से में आकर उसने अमित को नीचे गिराते हुए पास पड़े एक बडे पत्थर से उसके सर पर तीन-चार वार किए। इसके बाद मौके पर पड़ी शराब की बोतल को फोड़कर अमित के चेहरे व सर के पिछले हिस्से में कई घाव कर दिए। बताया गया है कि आरोपी किसी जानवर के हमले से अमित की मृत्यु होना दर्शाना चाह रहा था। इसके बाद उसने अपने खून से सने लोअर व चप्पल पास में ही छिपा दिए और वापस अपने घर आकर सो गया। सुबह जब उसे सूचना मिली कि अमित के परिजनों को उसकी मौत होने संबंधी सूचना मिल गई है तो वह भी परिजनों व ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचा। लोगों से कहने लगा कि अमित की मृत्यु जंगली जानवर के हमले से हुई है।

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