- साढ़े 3 हजार प्रवासी परिंदे पहुंच चुके हैं आसन बैराज

- ठंड बढ़ने के साथ और परिंदे आएंगे प्रवास पर

देहरादून,

विकासनगर स्थित आसन वेटलैंड में प्रवासी परिंदों की आमद जारी है। ठंड बढ़ने के साथ ही वेटलैंड में परिंदों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक 30 प्रजाति के प¨रदे आसन वेटलैंड में प्रवास के लिए पहुंच चुके हैं। वर्तमान में यहां पर साढे़ 3 हजार के करीब प¨रदे पहुंच चुके हैं। विदेशी व लोकल प्रजातियों के प¨रदों की वजह से झील में रौनक बढ़ने पर पर्यटक बर्ड वा¨चग व्यू, बो¨टग आदि के माध्यम से प¨रदों का दीदार कर रहे हैं।

रामसर साइट पर मिला है स्थान

बता दें कि देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड को हाल ही में रामसर साइट पर स्थान मिला है। उत्तराखंड के पहले रामसर साइट आसन वेटलैंड की अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ गयी है, जिसके चलते इस बार प्रवासी प¨रदों के प्रवास का महत्व और बढ़ गया है। आसन वेटलैंड में सात अक्टूबर से विदेशी प¨रदे उत्तराखंड के मेहमान बनने शुरू हो गए थे। सबसे पहले रुडी शेलडक यानि सुर्खाब, कामन पोचार्ड, कामन कूट व ग्रे लेग गीज चार प्रजातियों के प¨रदों ने आसन वेटलैंड में डेरा डाला था। वर्तमान में आसन वेटलैंड में तीस प्रजातियों नार्दन शावलर, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन, वूली नेक्टड स्ट्राक, स्पाट बिल्ड डक, कामन कारमोरेंट, लिटिल इ ग्रेट, ¨कगफिशर, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, कामन मोरहेन, इंडियन कारमोरेंट, रेड नेप्ड आइबीज, काम्ब डक, गेडवाल, कामन टील, स्पाट बिल्ड डक, लिटिल इग्रेट, कामन टील, पाइड ¨कगफिशर, रेड शंक, ग्रीन शंक, ब्लैक ¨वग्ड स्टिल्ट, रुडी शेलडक, ग्रे लेगगूज, कामन कूट, कामन पोचार्ड, ग्रेट कारमोरेंट, रीवर लै¨पग, रेड वेटेल्ड ले¨पग, नाइट हेरोन, नार्दन पिनटेल आदि प्रजातियों के प¨रदे प्रवास पर हैं। चकराता वन प्रभाग द्वारा की गई लोकल गणना में प¨रदों की संख्या बढ़कर साढे तीन हजार हो चुकी है, बारिश व बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ने पर प¨रदों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। चकराता वन प्रभाग के रेंजर आसन राजेंद्र प्रसाद ¨हगवाण व वन दारोगा प्रदीप सक्सेना प्रवासी प¨रदों की सुरक्षा को रात दिन की गश्त करा रहे हैं, ताकि प¨रदों का कोई शिकार न कर सके।