देहरादून (ब्यूरो) सिटी में व्याप्त अतिक्रमण को देखते हुए अब डीएम सोनिका ने दून के तमाम चौक-चौराहों से अतिक्रमक्रमण हटाने व विभागीय परिसंपत्तियों को शिफ्ट कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ सुव्यवस्थित करने के लिए 5 टीमों का गठन किया है। माना जा रहा है कि अब ये टीम अतिक्रमण पर हर वक्त पैनी नजर रखेंगी। सैटरडे को कार्रवाई भी देखने को मिली। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान सैटरडे को फुटपाथ व स्ट्रीट वेंडर्स को उन इलाकों से हटाया गया, जिन्होंने सड़क किनारे कब्जे किए हुए थे। इस दौरान नगर निगम ने 42 चालान करते हुए 32800 का जुर्माना वसूला। वहीं पुलिस ने भी दूसरे दिन की कार्रवाई जारी रखते हुए 40 चालान किए और अतिक्रमणकारियों से 20 हजार का अर्थदंड वसूला। आरटीओ की टीम भी अतिक्रमण के खिलाफ सड़कों पर उतरी, टीम ने 14 चालान करते हुए 7 हजार का जुर्माना वसूला।

चेतावनी, दोबारा न हो अतिक्रमण
डीएम ने अतिक्रमण हटाने में शामिल हुए विभागों को साफ कहा है कि अतिक्रमण के खिलाफ नियमित अभियान चलाते हुए फुटपाथ, सड़कों को अतिक्रमण फ्री करें। किसी भी दशा में उन्हें फिर से अनाधिकृत तौर पर अतिक्रमण न करने दें।

इन्हें हटाने की किसी की हिम्मत नहीं
शहर में कुछ ऐसे प्वाइंट्स हैं, जहां पर क्या पुलिस, प्रशासन, आरटीओ या फिर अन्य विभाग मौजूद अतिक्रमण हटाने की हिम्मत नहीं कर पाते हैं। इसकी चाहे जो भी मजबूरी रहती होगी, लेकिन यहां पर सदाबहार अतिक्रमण जैसी स्थिति बनी रहती है। हां, जैसे ही इन इलाकों में विभागीय टीम पहुंचेगी, कुछ घंटों के लिए अतिक्रमण हटा दिया जाता है। लेकिन, फिर से स्थिति जस की तस बन जाती है। इनमें सबसे ज्यादा इनामुल्ला बिल्डिंग, धर्मपुर सब्जी मंडी, प्रिंस चौक से रेलवे स्टेशन गेट तक दोनों ओर और रायपुर चूना भट्टा इलाके शामिल हैं।

पहले भी अतिक्रमण हटा, फिर सज गया
ऐसा नहीं है कि दून सिटी में सीएम के निर्देश के बाद अब प्रशासन, पुलिस व आरटीओ ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की इस बार शुरुआत की है। साल में अतिक्रमण के खिलाफ दो-तीन अभियान शुरू हो जाते हैं। इनमें पुलिस के साथ ही आरटीओ, नगर निगम और एमडीडीए भी शामिल हो जाता है। गत वर्ष तो प्रशासन ने विभागों के साथ ताबड़तोड़ अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। 10 से लेकर 20 हजार रुपए जुर्माने की चेतावनी के साथ वसूली भी की। वर्ष 2023 में अप्रैल से लेकर जून फस्र्ट तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। लेकिन, फिर वही। अतिक्रमण हटाने के साथ फिर अतिक्रमण से सज जाता है शहर।

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