- अगले साल मार्च 2024 तक एक्सप्रेस वे पर दौडऩे लगेंगे व्हीकल
- डाटकाली में टनल का काम पूरा, 603 में से 487 पिलर बनकर तैयार

देहरादून (ब्यूरो): 6 अप्रैल को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक्सप्रेस वे का इंस्पेक्शन करने पहुंच रहे हैं। ऐसे में निर्माण एजेंसी दिन रात होकर तेज गति से काम में जुट गई है। केंद्रीय मंत्री एक्सप्रेस वे का पहले हवाई दौरा करेंगे। इसके बाद ऑन रोड भी एक्सप्रे वे साइड विजिट कर एलिवेटेड रोड का काम देखेंगे। केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम के लिए गणेशपुर में एक कार्यक्रम भी रखा गया है। उम्मीद जताई जा रही इस दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी उत्तराखंड के लिए कई अन्य परियोजनाओं की सौगात दे सकते हैं। सिक्स लेन एक्सेस कंट्रोल प्रोजेक्ट के तहत 12 किमी। लंबे एलिवेटेड रोड पर 603 पिलर बनाए जाने हैं, जिसमें से अब तक 487 पिल्लर खड़े किए जा चुके हैं।

जनवरी 2022 में शुरू हुआ था काम
एक्सप्रेस वे पर 12 किमी एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है। पिलरों के ऊपर करीब 1 किमी। तक स्लैब डालने का काम पूरा हो चुका है। डाटकाली से गणेशपुर तक 6 किमी एलिवेटेड रोड का काम भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी और राम कुमार कंस्ट्रक्शन के पास ज्वाइंट वैंचर में है। जबकि आशारोड़ी से डाटकाली तक साढ़े 3 किमी रोड वशिष्टा कंपनी को आवंटित है। 6 लेन एलिवेटेड रोड की चौड़ाई 25 मीटर है। दून से दिल्ली तक 180 किमी् एक्सप्रेस वे का निर्माण होना है। इसमें 20 किमी एक्सप्रेस-वे का काम दून के आशारोडी से मोहंड तक नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के देहरादून रीजन के पास है।

हर 200 मीटर दूरी पर एक पिलर
एक्सप्रेस-वे पर 603 पिलर बनने हैं, जिसमें से तकरीबन 487 पिलर खड़े कर दिए गए हैं। हर 200 मीटर दूरी पर एक पिलर खड़ा किया जा रहा है। कुछ पिलरों पर गार्डर लगाने का काम चल रहा है। ये पिलर नदी के बीचों-बीच है। नदी के बीच एलिवेटेड रोड बनाकर पर्यावरणीय क्षति को कम किया गया है। पिलरों के निर्माण के साथ-साथ स्लैब डालने का काम चल रहा है। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही एलिवेटेड रोड के ऊपर सुपर स्ट्रक्चर का काम पूरा कर लिया जाएगा।

टनल निर्माण 6 माह पहले तैयार
दून-दिल्ली एक्सप्रेस वे के लिए तैयार हो रही थ्री लेन टनल का काम छह माह पूर्व मार्च 2023 में पूरा कर लिया गया है, जबकि इसका समय अक्तूबर 2023 तक था। टनल पर 70 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। एनएचएआई के अफसरों ने बताया कि परियेाजना के 9 किमी एलिवेटेड रोड पर 865 करोड़ रुपये में तैयार होगी। डाटकाली में टनल समेत करीब 2 किमी एलिवेटेड रोड भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है, इसके बाद गणेशपुर तक 4 किमी रोड रामकुमार कंस्ट्रक्शन के पास है। टनल समेत यह 6 किमी रोड और टलन 766 करोड़ में बन रही है, जबकि डाटकाली से आशारोड़ी तक 99 करोड़ में साढे तीन किमी एक्सप्रेसवे वशिष्टा कंस्ट्रक्शन कंपनी निर्माण कर रही है।

मार्च 2024 तक काम कंप्लीट
दून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। डाटकाली से गणेशपुर तक एलिफेंट कोरिडोर के चलते 12 किमी एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे बरसाती नदी के ऊपर बनाया जा रहा है। मार्च 2024 तक प्रोजेक्ट कंप्लीट हो जाएगा। यह प्रोजेक्ट एक्सप्रेस-वे का 3.5 किमी हिस्सा डाटकाली से आशारोड़ तक उत्तराखंड की सीमा में है। इस हिस्से पर पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में तब्दील कर एलिवेटेड पास बनाए जाने हैं।

एक्स्रपेस-वे का काम तेज गति से किया जा रहा है। अब तक एलिवेटेड रोड के 487 पिलर खड़े हो चुके हैं। कई पिलरों पर गार्डर का काम चल रहा है। करीब 1 किमी। तक स्लैब डल चुका है। एलिवेटेड रोड के ऊपर सुपर स्ट्रक्चर का काम शुरू होने के बाद काम में और तेरी आ गई है। प्रोजेक्ट को तय सीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुमित सिंह,, प्रोजेक्ट इंजीनियर, एनएचएआई, देहरादून

परियोजना पर एक नजर
180 किमी। है दून-दिल्ली एक्प्रेसवे की लंबाई
25 मीटर यानि 6 लेन है एक्सप्रेसवे की चौड़ाई
20 किमी। काम एनएचएआई रीजन देहरादून के पास है
1493 करोड़ खर्च होंगे 20 किमी। एक्सप्रेसवे पर
2.30 घंटे में तय हो जाएगा दून से दिल्ली का सफर
12 किमी। बननी है एलिवेटेड रोड
340 मीटर टनल का काम कंपलीट
603 पिलर बनने हैं एलिवेटेड रोड पर
487 पिलर हो चुके अब खड़े
01 किमी। तक पिलरों पर पड़ गया स्लैब
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