- 5 मामले रायपुर ब्लॉक के शामिल, इलाका संवेदनशील
- विभाग हुआ चौकन्ना, डेंगू कंट्रोल की कवायद तेज

देहरादून, 4 जुलाई (ब्यूरो)। मानसून दस्तक दे चुका है। बारिश भी जारी है। जलभराव को देखते हुए डेंगू के लार्वा ने भी सेंधमारी शुरू कर दी है। मंडे को सामने आए 6 मामलों में 4 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 2 पुरुष हैं। विभाग के अनुसार डेंगू नियंत्रण के लिए पहले से ही कोशिशें जारी हैं। लेकिन, जिन इलाकों में ये डेंगू के मामले सामने आए हैं, उन क्षेत्रों में डेंगू के लार्वा को खत्म करने के लिए विभाग ने फोकस करना शुरू कर दिया है। हालांकि, इस बावत विभाग की ओर से सतर्कता बरती जा रही है। बताया गया है कि रायपुर ब्लॉक में पिछले वर्षों की तर्ज पर जो नए पॉजिटिव सामने आए हैं। उस लिहाज से वहां संवेदनशील माना जा रहा है। लोगों के बीच अवेयरनेस बढ़ाई जा रही है।

इन इलाकों में मिले डेंगू पॉजिटिव
-सिंगल मंडी
-रेस्ट कैंप
-कुसुम विहार
-अजबपुर कलां
-पथरीबाग
-विकासनगर

डेंगू पॉजिटिव्स पर एक नजर
-4 महिलाएं व 2 पुरुष पॉजिटिव मिले
-52 वर्षीय पुरुष सिंगल मंडी
-45 वर्षीय महिला अजबपुरकलां
-40 वर्षीय पुरुष ओम सिटी पथरीबाग
-32 वर्षीय महिला विकासनगर होरावाला
-30 वर्षीय महिला कुसुम विहार रायपुर
-20 वर्षीय युवा 15 रेस्ट कैंप

::2016 से लेकर 2022 तक डेंगू के मामले::
वर्ष--डेंगू पेशेंट्स--मौत
2016--1434--3
2017--366--0
2018-314--0
2019--4991--0
2020--00--0
2021--126--0
2022--1434--0

आज बैठक, कल डेंगू कंट्रोल को ट्रेनिंग
डेंगू के मामलों को लेकर डीएम कार्यालय में बैठक हुई। जिसमें सीडीओ, नगर आयुक्त, सीएमओ, सीईओ, डीपीओ, जिला वेक्टर जनित रोग अधिकारी, जिला आशा समन्वयक, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट आदि शामिल रहे। डीएम द्वारा नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए कि 4 जुलाई को डेंगू, चिकनगुनिया के प्रभावी नियंत्रण व रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की जाए। जबकि, 5 जुलाई को निगम क्षेत्र के तहत कार्यरत आशा फैसिलिटेटर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी नियंत्रण के साथ रोकथाम को लेकर नगर निगम के मीटिंग हॉल में ट्रेनिंग दी जाए। मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए कि सभी स्कूलों के माध्यम से भी डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।


मामले आते ही महकमा एक्टिव
इस सीजन में पहली बार डेंगू के पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी एक्टिव मोड पर आया गया है। सचिव की ओर से डेंगू नियंत्रण को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कहा गया है कि बारिश की सीजन में डेंगू की संभावना बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए पेशेंट्स के समुचित उपचार के लिए मेडिकल कॉलेजों, हॉस्पिटलों से लेकर पीएचसी तक व्यवस्थाएं की गई हैं। बताया गया है कि जुलाई माह के शुरू में ही हॉस्पिटलों में डेंगू रोग के लक्षण से संबंधित पेशेंट्स आने लगते हैं। ऐसे में एडीएम, एसडीएम से संबंधित चिकित्सालयों में डेंगू रोग की स्पष्ट स्थिति व चिकित्सकीय व्यस्थाओं के एक्टिवेशन की समीक्षा करना सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार सभी के प्रयासों से पिछले 3 वर्षों से राज्य में डेंगू रोग को पूरी तरह नियंत्रण में रहा। इस बार भी यही उम्मीद है।
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