देहरादून (ब्यूरो) आरओबी का कंस्ट्रक्शन कर रही ईपीआईएल करीब 70 परसेंट कार्य पूरा कर चकी है। इसके बाद भी रेलवे विभाग डिजाइन पर अटका हुआ है। सूत्रों की मानें तो यह काम काम शुरू होने से पहले पूरा हो जाना चाहिए था। तीन साल बाद भी इस पर डिस्कशन पूरी तरह प्रशासनिक फेल्योर है। पिछले तीन साल से रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरने वाले ब्रिज के डिजाइन को रेलवे विभाग ने क्लियरेंस नहीं दिया। खास बात यह है कि आरओबी की कंप्लीशन डेट निकलने के बाद भी आरओबी को रेलवे विभाग से क्लीयरेंस नहीं मिल पाई है। इससे प्रोजेक्ट को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।

मिट्टïी के बाद डिजाइन जांच
जब प्रोजेक्ट खत्म होने की कगार पर है तब आरओबी के डिजाइन यानि स्ट्रक्चर और प्रोजेक्ट साइट कीमिट्टी की जांच कराई गई थी। सूत्रों ने बताया कि मिट्टी के सैंपल की जांच रिपोर्ट आ गई है, जो सही पाई गई। मिट्टी जांच के बाद अब रेलवे आरओबी के डिजाइन का परीक्षण करा रहा है। पिछले तीन-चार दिन से रेलवे और पीडब्ल्यूडी के अफसर मंथन में जुटे हुए हैं।

स्ट्रक्चर पड़ सकता है कमजोर
आरओबी का काम लंबे समय से बंद चल रहा है। ऐसे में पिलरों पर लगी सरिया जंग खा रही है। हालांकि निर्माण कंपनी के अफसरों का दावा है कि आरओबी का काम चल रहा है। बता दें कि आरओबी का टेंडर मार्च 2021 में हुआ था। यह काम ईपीआई इंडिया लिमिटेड को सौंपा गया। मार्च 2024 तक आरओबी पर ट्रैफिक चलाने का टारगेट था। लेकिन जिस तरह रेलवे का अड़ंगा फंसा हुआ उससे अगले साल तक भी आरओबी का बनना मुश्किल है। यह स्थिति तब है जब डिजाइन भी आईआईटी रुड़की से अपू्रव है।

आरओबी से होंगे लाभ
- भंडारी बाग आरओबी बनने के बाद शहर के सबसे व्यस्तम पटेलनगर-घंटाघर रोड पर यातायात दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा।
- इस रूट का आधा से ज्यादा ट्रैफिक वाया कारगी होते हुए रेसकोर्स मार्ग पर शिफ्ट हो जाएगा।
- धर्मपुर से कारगी का फेर भी कम हो जाएगा।
- ट्रैफिक दबाव कम होने से आढ़त बाजार की संकरी सड़क पर जाम कम लगेगा।
- आढ़त बाजार, सहारनपुर चौक, इनामुल्ला बिल्डंग, तहसील चौक और दर्शन लाल चौक तक की भी यातायात व्यवस्था सुधर जाएगी।

रेलवे अप्रूवल के चक्कर में फंसा प्रोजेक्ट
आरओबी पर नजर डालें तो रेसकोर्स की ओर 7 पिलर और रेलवे लाइन के दूसरी साइड भंडारी बाग की ओर 4 पिलर खड़े किए जाने हैं। ये सभी पिलर खड़े कर दिए गए हैं। पूरे आरओबी की लंबाई 578 मीटर है, जबकि चौड़ाई 8.4 मीटर है। जब आरओबी का काम पूरा हो जाना चाहिए था तब स्लैब के लिए रेलवे विभाग के अपू्रवल का इंतजार किया जा रहा है।

रेलवे ट्रैक के ऊपर स्लैब को लेकर अभी रेलवे विभाग से अपू्रवल नहीं मिला है। रेलवे विभाग आरओबी के डिजाइन का परीक्षण करा रहा है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक अप्रूवल मिल जाएगी, इसके बाद कार्य शुरू कर जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
मुकेश कुमार, रीजनल डायरेक्टर, ईपीआईएल

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