देहरादून (ब्यूरो) राजधानी दून में भी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एक दशक पहले तक जहां 3 से 4 मंजिल तक भवन नजर आते थे। अब शहर में 10 से 12 मंजिल तक की इमारतें दिख जाना आम बात है। जाहिर है कि ऐसी इमारतों पर आग की घटनाएं सामने आने के बाद फायर स्टेशन भी हर वक्त तैयार रहता है। इसके लिए बाकायदा, वर्ष 2018 में फिनलैंड से दून में मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस ब्रोंटो स्काई लिफ्ट यानि हाइड्रोलिक मशीन दून पहुंची थी, जो अब भी फायर स्टेशन पर हर पल खड़ी रहती है। लेकिन, राहत की बात ये रही है कि अब तक इस इस मशीन का बमुश्किल यूज किया गया है। बहरहाल, फायर स्टेशन दून के अधिकारियों का कहना है कि ब्रोंटो स्काई लिफ्ट हर पल राजधानी में आग लगने की किसी भी अप्रिय घटना के लिए हमेशा एक्शन मोड में रखा गया है। जिससे ऊंची इमारतों पर लगने वाली आग पर काबू पाया जा सके।

हर 15 दिन में चेकिंग
एफएसओ फायर स्टेशन दून के अनुसार हाइड्रोलिक मशीन में खराबी आ जाए तो इसके पाट्र्स दून पहुंचने में करीब 2 से 3 माह लग जाते हैं। इसको देखते हुए हर 15 दिन में इसके पाट्र्स की चेकिंग के साथ मॉनिटरिंग की जाती है। करीब 5 से 6 करोड़ कीमत की ब्रोंटो स्काई लिफ्ट मशीन पर फायर स्टेशन की खास निगरानी रहती है।

फायर ब्रीथिंग ऑपरेटिंग सेट
आग लगने की घटना के बाद रेस्क्यू करने वाले फायर फाइटर्स अब फायर ब्रीथिंग ऑपरेटिंग सेट से भी लैस हैं। ये सेट एक खास प्रकार का सुरक्षा उपकरण होता है। जिसका इस्तेमाल फायर फाइटर्स और दूसरे रेस्क्यू कार्य जैसे की केमिकल फैक्ट्री और कोल्ड स्टोर जैसे जगहों पर फंसे लोगों की जान बचाने में अग्निशमन कार्मिकों को सहायता प्रदान करते हैं। ये एक खास डिजाइन से भी तैयार किए जाते हैं। इस रेस्क्यू उपकरण की जहरीली गैस फैलने या फिर केमिकल रेस्क्यू में मदद ली जाती है। इस सेट में बॉडी सूट, फेस मास्क व एक ऑक्सीजन सिलेंडर शामिल होता है।

फायर एक्सटिंग्विशर बॉल
दून में अब फायर एक्सटिंग्विशर बॉल का भी आग बुझाने के लिए ट्रेंड चल पड़ा है। ये दिखने में एक नॉर्मल फुटबॉल की तरह होता है। जिसे दीवार में लगाया जा सकता है। इस बीच कहीं पर आग जैसी घटनाएं सामने आ जाए तो वह कुछ ही सेकेंड में खुद फट जाता है। इस बीच उसमें मौजूद पाउडर आग बुझाने में सहायक हो जाती है। फायर एक्सटिंग्विशिर बॉल में मोनो-अमोनियम फॉस्फेट और अमोनियम सल्फेट का मिश्रण होता है। जिससे वहां मौजूद लोगों को भी कोई नुकसान नहीं होता। अधिकारियों के अनुसार अचानक आग लगने की घटना सामने आने के बाद ये बॉल, जब तक लोग पहुंचेंगे, तब तक काफी कारगर साबित हो जाता है। इसकी कीमत करीब 1 से 2 हजार रुपये तक होती है। अब ये फायर बॉल मार्केट में आसानी से उपलब्ध है।

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