सुबह चार बजे हुई घटना

दरअसल, सुबह चार बजे टनकपुर डिपो की रोडवेज बस वेडनसडे को रात अमृतसर से देहरादून होते हुए टनकपुर के लिए रवाना हुई। बस में चालक और परिचालक के अतिरिक्त 27 सवारियां सवार थी। थर्सडे सुबह करीब पौने चार बजे बस देहरादून आइएसबीटी पहुंची। पांच मिनट यहां रुकने के बाद बस टनकपुर के लिए रवाना हुई। हरिद्वार बाइपास पर बस रेलवे फाटक नंबर 39-ए से गुजर रही थी, इतने में काठगोदाम से देहरादून आ रही काठगोदाम एक्सप्रेस ने बस के पिछले हिस्से पर टक्कर मार दी। बताया जा रहा है हादसे के वक्त रेलवे फाटक खुला था। फिर क्या था बस फाटक पर ही पलट गई और ट्रेन के  चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाते हुए ट्रेन रोक दी। इस दौरान बस चालक व परिचालक समेत सभी यात्रियों को चोटें आईं। पुलिस ने बस में फंसे घायलों को निकालते हुए एंबुलेंस में ट्रीटमेंट दिया। बाद में पलट गई बस को क्रेन के जरिए सीधे किया गया।

रेलवे ड्राइवर, सह चालक भी सस्पेंड

ट्रीटमेंट के बाद घायल यात्रियों को दूसरी बस के जरिए टनकपुर भेजा गया। लेकिन इस बीच काठगोदाम एक्सप्रेस भी ढाई घंटे वहीं पर खड़ी रही। इसके बाद करीब सवा दो घंटे लेट जनशताब्दी एक्सप्रेस रवाना हो सकी। घटना के बाद बस चालक नक्षत्र सिंह ने गेटमैन के खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में जानलेवा लापरवाही के आरोप में केस दर्ज करवाया है। जबकि ने भी काठगोदाम एक्सप्रेस के चालक रति राम और सह चालक एके ओझा को संस्पेंड कर दिया गया है। स्टेशन अधीक्षक के अनुसार मामले की जांच की जा रही है। उसके बाद ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।