-3 साल से योजना नहीं उतर पाई धरातल पर

-7 ओवर हैड टैंकों से होने थे शहर वासियों के हलक गीले

DEHRADUN: सरकारी सिस्टम की कछुआ चाल शहर के पेयजल उपभोक्ताओं पर इस गर्मी के सीजन में भारी पड़ रही है। शहर की पेयजल किल्लत दूर करने के लिए फ् साल पहले शहर के डिफरेंट एरिया में 7 ओवर हैड टैंक बनाए जाने की योजना पर मोहर लगी, लेकिन अभी तक इस योजना का लाभ पब्लिक को नहीं मिल पा रहा है। हलक गीले करने के लिए इस योजना की शुरूआत हुई थी लेकिन अभी तक जो ओवर हैड टैंक बने भी है उनकी टंकियां ही गीली नहीं हुई तो भला लोगों के हलक कैसे तर हो पायेंगे।

एक बूंद भी नहीं टपक रही

वर्ष ख्0क्ख् में इस योजना पर काम शुरू हुआ था लेकिन वर्ष ख्0क्भ् आधा बीत गया है लेकिन अभी तक इन टंकियों से पानी की एक बूंद भी नहीं टपक रही है। 7 ओवर हैड टैंक शहर में संजय कॉलोनी, हाथीबड़कला,धोरण,यमुना कॉलोनी,कर्जन रोड,नगर निगम, लक्षमण चौक एरिया में बनने थे। जिनमें से संजय कॉलोनी,हाथीबड़कला,धोरण और यमुना कॉलोनी एरिया में ओवर हैड टैंक बन चुके हैं, लेकिन इनमें अभी तक सप्लाई के लिए पेयजल लाइनें ही नहीं बिछ पाई हैं। जबकि नगर निगम में बने ओवर हैड टैंक के लिए अभी तक ट्यूबवेल ही नहीं बन पाया है।

यह पानी पहुंचाया जाना था

कर्जन रोड पर बनने जा रहा ओवर हैड टैंक जमीनी विवाद में फंस गया। तो लक्ष्मण चौक एरिया में ओवर हैड टैंक का काम अधूरा पड़ा हुआ है। इन सभी 7 ओवर हैड टैंक मिलाकर करीब क्0ब्भ्0 किलो लीटर पेयजल स्टोर होना था। शहरी क्षेत्र में अधिकतम प्रति व्यक्ति प्रतिदिन क्फ्भ् लीटर पेयजल आपूर्ति के हिसाब से 77 हजार लोगों तक यह पानी पहुंचाया जाना था। लेकिन हर साल इन लोगों की आश इन ओवर टैंकों से टूटती जा रही है।

यह हैं 7 ओवर हैड टैंक-

क्षेत्र क्षमता कारण

संजय कॉलोनी ख्000 पाइप लाइन न होना

हाथीबड़कला 800 पाइप लाइन न होना

धोरण क्700 पाइप लाइन न होना

यमुना कॉलोनी 800 पाइप लाइन न होना

कर्जन रोड ख्000 जमीनी विवाद

नगर निगम क्क्00 ट्यूबवेल न होना

लक्षमण चौक ख्0भ्0 निर्माणाधीन

ओवर ऑल शहर में होनी थी सप्लाई-

इन सात टैंक का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद पेयजल लाइने बिछ जाती तो लगभग शहर के हर हिस्से को इनसे फायदा मिलना था। गांधी ग्राम, पूर्वी पटेलनगर, हाथीबड़कला, सालावाला, सर्वे कॉलोनी, कैंट रोड, यमुना कॉलोनी, संयज कॉलोनी, लक्षमण चौक, गांधी ग्राम, कांवली रोड, गुरु रोड, सहारनपुर रोड, कर्जन रोड, नगर निगम के आस-पास के क्षेत्रों में इन टैंकों से पानी की सप्लाई होनी थी।

विभागीय अधिकारियों में तालमेल की कमी-

देहरादून शहर के लोगों की पेयजल जरूरत को पूरा करने के लिए दो एजेंसी पेयजल निगम और एडीबी विंग काम कर रही हैं। लेकिन दोनों में किस कदर तालमेल नहीं है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पेयजल निगम ने एडीबी विंग से बिना तालमेल बिठाए पहले फ्.म्क् करोड़ रुपए खर्च करके ब् ओवर हैड टैंक का निर्माण कर लिया गया। जबकि उस समय यह तय नहीं किया गया कि इसके साथ पाइप लाइन भी बिछाई जानी हैं। बाद में लाइन बिछाने की जिम्मेदारी एडीबी विंग को दे दी गई। वर्तमान में हाल यह है कि इन चार टैंकों को बने दो साल पूरा हो गया है लेकिन अभी तक इन्हें संचालित करने के लिए पाइप लाइनें ही नहीं जोड़ी गई।

----------

जहां ओवर हैड टैंक बन चुके हैं। वहां सभी एरिया में लाइन बिछाए जाने का काम चल रहा है। जुलाई तक काम पूरा हो जायेगा।

-प्रभात राज, डिप्टी प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर, एडीबी