देहरादून (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दून में 30 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को मंजूरी मिली थी। जिसकी शुरुआत जनवरी 2021 से हुई। करीब एक साल से ज्यादा का वक्त बीत गया है। लेकिन, अब तक दून में केवल 10 बसों का ही संचालन हो पा रहा है। दरअसल, स्मार्ट सिटी के बजट के तहत 30 बसों के लिए 41.56 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया था। इसके तहत तय हुआ कि शुरुआत में कुछ बसों का संचालन उनके रूट्स के अनुसार होगा। उसके बाद अन्य रूट्स के लिए जैसे-जैसे बसें पहुंचेंगी, वैसे-वैसे उनका संचालन होते रहेगा। लेकिन, 20 बसों के लिए करीब एक साल से इंतजार किया जा रहा है। अब तक 10 बसों के अलावा कोई दूसरी बस नहीं पहुंच पाई है।

कई बहाने बनाते रहे
स्मार्ट सिटी ने बाकी 20 बसों के दून न पहुंच पाने के पीछे कई तर्क सामने रखे। पहले कहा गया कि जिस कंपनी से बसों का संचालन किया जाना है। उनके पास रॉ मैटेरियल न होने के कारण बसों की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। फिर कोरोनाकाल का हवाला दिया गया है। इसके बाद कहा गया कि देशभर के अन्य सिटी में भी अचानक डिमांड बढ़ गई।

एडवाइजरी फोरम में मंथन
7 मई को स्मार्ट सिटी की 21वीं सिटी लेवल एडवाइजरी फोरम की बैठक में भी इलेक्ट्रिक बसों पर मंथन हुआ। तय हुआ कि प्रोजेक्ट के तहत 30 जून तक किसी भी कीमत पर 30 बसें सभी निर्धारित रूट पर संचालित हों। इसके बाद स्मार्ट सिटी एक्शन मोड में आई और स्मार्ट बसें सप्लाई करने वाली कंपनी के अधिकारियों की स्मार्ट सिटी प्रशासन ने जमकर क्लास ली। अब कंपनी को साफ कहा गया है कि जून तक बाकी 20 बसों का संचालन न हुआ तो करार खत्म कर नई कंपनी से अप्रोच की जाएगी। यहां तक स्मार्ट सिटी सीईओ की ओर से कंपनी को फाइनली चेतावनी दे दी गई है। इसको देखते हुए अब कंपनी ने मई आखिर तक 5 और जून लास्ट तक सभी 30 बसों को संचालन किए जाने का दावा किया है। स्मार्ट सिटी इलेक्ट्रिकल एजीएम आशीष सक्सेना का कहना है कि जून तक राजधानी दून में सभी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो जाएगा। यह फाइनल डेड लाइन होगी।