देहरादून (ब्यूरो) एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि 5 अप्रैल 2012 को राजपुर रोड से पुरकुल जा रही सड़क पर एक टैक्सी ड्राइवर का शव मिला था। जिसका मर्डर किया गया था। पुलिस जांच में 5 आरोपियों के नाम सामने आए, जिन्हें कुछ दिन बाद अरेस्ट भी कर लिया गया। आरोपी मंजीत निवासी जालंधर (पंजाब) और अजय को जेल भेजे जाने के कुछ दिन बाद ही जमानत मिल गई, जिसके बाद दोनों फरार हो गए। पुलिस को जानकारी मिली कि मंजीत जालंधर में पहचान छिपाकर रह रहा है।

हुलिया बदलकर छुुपाई पहचान
आरोपी मंजीत ने पुलिस से बचने के लिए अपना हुलिया बदल लिया, उसने दाढ़ी बढ़ा ली थी। इस कारण वह पुलिस से बचता आ रहा था। मंजीत जिस फैक्ट्री में काम कर रहा था, उत्तराखंड पुलिस जब वहां पहुंची तो उसे पहचान नहीं पाई, क्योंकि आधार कार्ड में उसकी दाढ़ी नहीं थी। ऐसे में पुलिस ने मंजीत के भाई से संपर्क किया, तब उसकी पहचान हुई। बताया जा रहा है कि वह जम्मू भागने की फिराक में था। शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
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