देहरादून (ब्यूरो) पेयजल निगम दून डिविजन के अधिकारियों ने बताया कि करनपुर चौक से लेकर प्रिंस चौक तक ट्रंक सीवर लाइन का काम पूर्व में अधूरा छोड़ दिया था। काम न करने पर कंपनी को इस कार्य से हटा दिया था। अब यह काम पेयजल निगम की दून शाखा को सौंपा गया है। योजना पर 21.03 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि पिछले माह 28 मार्च को मेयर सुनील उनियाल गामा, राजपुर विधायक खजान दास, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने परियोजना का संयुक्त रूप से भूमि पूजन का काम किया था।

जर्जर लाइनों को मिलेगा जीवन
शहर के सबसे बड़े पल्टन बाजार, धामावाला, तहसील चौक, दर्शन लाल चौक, राजा रोड, प्रिंस चौक, सहारनपुर रोड, कांवली रोड, भंडारी बाग आदि क्षेत्रों में 20 से लेकर 30 साल पुरानी सीवर लाइनें बिछी है, जो वर्तमान में जर्जर हो चुकी है। ऐसे क्षेत्रों में बार-बार सीवर ओवरफ्लो की समस्या बनी हुई है। ट्रंक लाइन से कनेक्ट होने के बाद इन क्षेत्रों की सीवर समस्या खत्म हो जाएगी।

टनलिंग टेक्नोलॉजी का यूज
स्मार्ट सिटी ने सर्वे चौक से प्रिंस चौक तक सीवर साइन बिछा कर छोड़ दी थी। संबंधित कंपनी के काम छोडऩे के बाद काफी समय काम बंद रहा। पिछले साल यह काम पेयजल निगम को सौंपा गया। ट्रंक सीवर का निर्माण लेटेस्ट माइक्रो टनलिंग टेक्नोलॉजी से हो रहा है। टनल की तरह अदंर ही अंदर खोदाई कर लाइन डाली जा रही है।

कई इलाकों की टेंशन होगी दूर
प्रिंस चौक अग्रवाल धर्मशाला से भूसा स्टोर तक 1.2 किमी। लंबी ट्रंक सीवर लाइन को 700 एमएम डायमीटर और करीब 2.52 किमी। लंबी ट्रंक लाइन भूसा स्टोर से पथरीबाग चौक तक 900 एमएम डायमीटर के साथ बिछाई जा रही है। दोनों लाइनों की लंबाई 3.1 किमी। है। सर्वे चौक से प्रिंस चौक तक स्मार्ट सिटी की ओर से बिछाई गई ट्रंक सीवर लाइन से कनेक्ट होगी। जो कारगी स्थित 68 एमएलडी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से कनेक्ट है।

साथ-साथ जोड़ रहे चालू लाइन
पेयजल निगम के अपर सहायक अभियंता सतेंद्र कुमार ने बताया कि यह काम ट्रंक लैस सीवर लाइन टेक्नोलॉजी से हो रहा है। बताया कि जैसे-जैसे ब्रांच लाइन बनती जा रही है वैसे-वैसे इससे चालू ब्रांच लाइन को कनेक्ट किया जा रहा है। अब तक पीछे से देहराखास से लेकर भंडारी बाग को जोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रंक लाइन से पुरानी ब्रांच सीवर लाइनें जुडऩे पर आस-पास के क्षेत्रों की बड़ी आबादी की सीवर की बड़ी समस्या खत्म हो जाएगी। यह काम गाजियाबाद की एमएस लिमिटेड कंपनी को सौंपा गया है।

60-60 मीटर पर मैन होल
नाली की तरह सड़क खोद कर सीवर लाइन नहीं बिछाई जा रही बल्कि सड़क के बीचों-बीच 60-60 मीटर दूरी पर मैनहोल खोद कर मशीन से करीब साढ़े 7 मीटर नीचे जमीन के अंदर ही अंदर टनल विधि से ट्रंक लाइन बिछाई जा रही है। जिससे सिटी के सबसे व्यस्ततम सहारनपुर रोड पर दिन-रात चल रहे सीवर वर्क के दौरान ट्रैफिक प्रभावित नहीं हो रहा है। पूरी सड़क की खोदाई न होने से जाम की समस्या से पब्लिक को नहीं जूझना पड़ रहा है। यहां से आसानी से वाहन गुजर रहे हैं।

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