देहरादून ब्यूरो। डीएम के इस आदेश के साथ ही दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने संबंधित विभागों की ओर से डेंगू से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों पर नजर रखने का अभियान शुरू किया है। यह अभियान अगले कुछ दिन जारी रहेगा। इस दौरान हम तमाम सरकारी दफ्तरों पर भी नजर रखेंगे।

अब तक तैयारियां कम
डेंगू के 93 मरीज आने के बाद भी सिटी में इससे निपटने के लिए कोई खास तैयारियां नजर नहीं है। सिटी में वर्ष 2020 में कोविड लॉकडाउन के बीच डेंगू का एक भी पेशेंट नहीं आया था। समझा जाता है कि 2020 में कोविड से निपटने के लिए लगातार किये जाने वाले छिड़काव और फॉगिंग के कारण डेंगू नहीं फैला था। 2021 में भी छिड़काव और फॉगिंग का सिलसिला लगातार जारी रहा। ऐसे में 2021 में पूरे सीजन में डेंगू के कुल 26 मामले ही सामने आये।

इस बार अब तक 93 केसेज
इस बार कोविड के मामलों में कमी आई तो संबंधित विभागों ने छिड़काव और फॉगिंग का सिलसिला भी बंद कर दिया। ऐसे में इस बार जुलाई लास्ट से ही डेंगू के मरीज सामने आने का सिलसिला शुरू हो चुका था। शुरुआती पॉजिटिव केस सामने आने के बाद भी इस मामले में जरूरी उपाय करने तक ही व्यवस्था नहीं की गई। नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों को अभियान सिर्फ मुख्य सड़कों तक ही सीमित रहा।

डीएम को करना पड़ा हस्तक्षेप
डेंगू पेशेंट की संख्या बढऩे के बावजूद इस पर रोक लगाने के लिए जिम्मेदारी विभाग कितने लापरवाह हैं, इसकी बानगी फ्राइडे को डीएम की बैठक में देखने को मिली। डेंगू सीजन में सबसे जरूरी कामों में से एक है स्कूली बच्चों को पूरी बांह की ड्रेस पहनाना। सीईओ ने इस बारे में आदेश भी दिये, लेकिन आदेशों को पालन हो रहा है या नहीं, इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। डीएम की सख्ती के बाद सीईओ ने 14 स्कूल्स को नोटिस जारी किये।

फॉगिंग और छिड़काव में सुस्ती
डेंगू से बचाव के लिए फॉगिंग और मच्छरमार दवाओं के छिड़काव में भी सुस्ती साफ नजर आ रही है। सिटी के बड़े हिस्से में अब तक एक बार भी फॉगिंग नहीं की गई है। यही वजह है कि डीएम में इस काम में तेजी लाने के निर्देश देने पड़े।