देहरादून (ब्यूरो): हत्या के बाद आरोपी 30 वर्षीय युवक ने ब्लेड से अपने हाथ की नस काट ली और बेहोश हो गया। लगातार फोन करने के बाद जब पत्नी का फोन नहीं उठा तो घबराए डीएसपी स्वयं मुरादाबाद से दून पहुंचे। देखा, पत्नी का खून से लथपथ शव बेड पर पड़ा है। जबकि, बेटा दूसरे कमरे में बेहोश था। डीएसपी ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी मानसिक तौर पर अस्वस्थ है।

मानसिक तौर पर अस्वस्थ
डालनवाला में बलबीर रोड स्थित भागीरथी एन्क्लेव की जज कॉलोनी में डीएसपी मलखान ङ्क्षसह का रेजिडेंस है। यहां उनकी 57 वर्षीय पत्नी बबीता रानी अपने 30 वर्षीय बड़े बेटे आदित्य के साथ रह रही थीं। एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि आदित्य दिमागी तौर पर अस्वस्थ है। बाकायदा, उसका ट्रीटमेंट भी चल रहा है। जबकि, डीएसपी मलखान ङ्क्षसह का छोटा बेटा देवाशीष दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है।

पत्नी का शव बेड पर, बेटा फर्श पर बेहोश
पुलिस के मुताबिक सैटरडे को जब डीएसपी मलखान सिंह से सुबह करीब 6 बजे अपनी पत्नी बबीता को फोन किया तो फोन नहीं उठा। उसके बाद बेटे आदित्य को फोन लगाया, उसका भी फोन नहीं लगा। उसके बाद किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए मलखान ङ्क्षसह मुरादाबाद से दून के लिए रवाना हुए। जब वे दोपहर करीब डेढ़ बजे घर पहुंचे। तब घर का मेन गेट बंद था। उन्होंने पत्नी व बेटे को आवाज लगाई। लेकिन, कोई बाहर नहीं आया। दीवार फांदकर जब डीएसपी घर के अंदर पहुंचे, सामने बेड पर पत्नी का शव देखकर उनके होश उड़ गए। बबीता के चेहरे पर लोहे के सब्बल से कई बार प्रहार किया गया था। सब्बल भी शव के पास ही पड़ा था। मलखान सिंह दूसरे कमरे में पहुंचे। वहां भी देखा आदित्य फर्श पर बेहोश पड़ा हुआ था। उसके हाथ की नस कटी थी और ब्लेड भी फर्श पर पड़ा था।

बेटे के खिलाफ कराया केस दर्ज
घटना को देखते हुए पुलिस अधिकारी ने तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। एसएसपी अजय सिंह, एसपी सिटी सरिता डोबाल व सीओ डालनवाला पूर्णिमा गर्ग मय फोर्स मौके पर पहुंचे। पुलिस सबसे पहले आदित्य को ट्रीटमेंट के लिए कोरोनेशन हॉस्पिटल ले गई। बाद में उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने ही मां की हत्या की है। फिलहाल, डीएसपी मलखान ने बेटे आदित्य के खिलाफ केस दर्ज कराया है। जबकि, पुलिस ने मौके-ए-वारदात से हत्या में प्रयोग किए गए प्रयुक्त सब्बल को कब्जे में ले लिया। इसके साथ अपनी पड़ताल भी शुरू की।

आरोपी आदित्य पर एक नजर
- एक वर्ष बाद ही छोड़ दी थी एमबीबीएस की पढ़ाई
-आदित्य लंबे समय से डिप्रेशन में
-2012 में 12वीं के बाद पिता ने निजी कॉलेज में कराया था एडमिशन
-मुरादाबाद के निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई की शुरू
-एक वर्ष बाद ही वह पढ़ाई बीच में छोड़कर आ गया घर
-2021 में पिता ने ईसी रोड पर खुलवाया जनरल स्टोर
-वहां भी कुछ दिन बाद आदित्य ने उसको कर दिया बंद
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