महानगर सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष ने इलेक्ट्रिक बस के संचालन और टिकट को लेकर लगाए आरोप

देहरादून,

स्मार्ट सिटी की इलेक्ट्रिक बस एक हफ्ते के अंदर ही विवादों में आ गई है। महानगर सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने इलेक्ट्रिक बस के संचालन और टिकट को लेकर गंभीर आरोप लगाए है। विजय वर्धन ने दावा किया कि उन्होंने अपने साथी यूनियन पदाधिकारी द्वारा इलेक्ट्रिक बस में सफर किया। जिसमें इलेक्ट्रिक बस में कंडक्टर द्वारा दर्शन लाल चौक से आईएसबीटी के दो व्यक्तियों के 40 रुपए लिए गए और उसी बस में आईएसबीटी से वापस लौटते हुए दर्शन लाल चौक तक दो व्यक्तियों के 30 रुपए लिए गए। जिसको लेकर किराए में हेर-फेर का आरोप लगाया गया है।

आरोपों का खंड़न

विजय वर्धन ने कहा कि आगे के दरवाजे से ही चढ़ने एवं उतरने का ही विकल्प दिया जा रहा है जबकि बीच का दरवाजा अभी बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा इलेक्ट्रिक गाड़ी में एक बार चार्ज करने पर 180 किलोमीटर तक का सफर अपने फीचर में कहा गया जब यह बस मानकों के अनुरूप ही सही नहीं है। विजय वर्धन ने बस को तुरंत वापस भेजने और पीएमओ और परिवहन मंत्री से इसकी कंप्लेन कराने की बात की है। इधर बस का संचालन कर रही स्मार्ट सिटी के अधिकारी ने आरोपों का खंड़न किया है। देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के नोडल अधिकारी इलेक्ट्रिक बस सूर्य कोटनाला ने बताया कि टिकट के हेराफेरी का आरोप बिल्कुल निराधार है। इलेक्ट्रिक बस में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसों के माध्यम से यात्रीयों के टिकट दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बस के दोनो दरवाजों कों यात्रीयों के लिए खोले जाने का प्रावधान है। दावा किया गया कि एक बार फुल चार्ज होने पर लगभग 180 किलोमीटर ही चल रही है। सूर्य कोटनाला ने बताया कि इलेक्ट्रिक बस के संचालन प्रारम्भ होने से अभी तक 2182 यात्रियों ने आईएसबीटी से राजपुर रूट तक के लिए यात्रा की है। किसी भी यात्री ने अभी तक कंप्लेन नहीं की है।