- बिजली उपभोक्ताओं पर है ऊर्जा निगम का करीब 2000 करोड़ बकाया
- 5 लाख से ऊपर की 500 से ज्यादा इंडस्ट्रीज हैैं बकायेदार

देहरादून (ब्यूरो): इस बार ऊर्जा निगम ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। इस खामियाजा बढ़े हुए दाम के रूप में आम कंज्यूमर्स को उठाना पड़ रहा है। बिजली के करीब 25 लाख कंज्यूमर्स पर करीब 2900 करोड़ रुपये का बकाया है। सुकून वाली बात यह है कि मार्च में 1400 करोड़ वसूले के टारगेट के अगेंस्ट ऊर्जा निगम ने 17 मार्च तक 497 करोड़ की वसूली कर ली है।

5 लाख से ज्यादा के 481 बकायेदार
5 लाख से ऊपर के बकायेदारों की श्रेणी में 481 कंज्यूमर्स है, जिन पर 185.74 करोड़ रुपये का बकाया चल रहा है। कोढ़ पर खाज यह है कि करीब 96 कनेक्शन वर्षों पहले परमानेंट डिस्कनेक्शन (पीडी) हो चुके हैं, लेकिन उनकी वसूली आज तक नहीं हुई है। इसको लेकर यूपीसीएल प्रबंधन की अब तक की कार्रवाई नकाफी रही है।

आम कंज्यूमर्स पर पड़ रहा बोझ
कॉमर्शियल कनेक्शनों पर बकाये की मोटी रकम का खामियाजा आम कंज्यूमर्स को उठाना पड़ रहा है। घाटे का हवाला देकर यूपीसीएल चालू वित्तीय वर्ष में तीन बार बिजली के दाम बढ़ा दिए हैं। यदि बकाये की यह रकम वसूल हो जाती है, तो निगम का घाटा काफी कम हो सकता है, लेकिन इस पर प्रबंधन का कहीं कोई ध्यान नहीं है।

रुद्रपुर की इंडस्ट्रिीज पर सर्वाधिक 36 करोड़ बकाया
राज्य में सर्वाधिक बकाया रुद्रपुर इंडस्स्ट्री पर है। यहां 77 इंडस्ट्रीज पर 36.35 करोड़ रुपये का था। इसके बाद काशीपुर की इंडस्ट्रिीज पर 26.23 करोड़ तो बागेश्वर की इंडस्ट्रिीज पर 24.24 करोड़ का बकाया था। इसके अलावा रुड़की रूरल और जसपुर पर 14-14 करोड़ और कोटद्वार पर 12.67 करोड़ का बकाया था। सबसे कम धारचूला में 6.74 लाख रुपये का बकाया था। मार्च में वसूली के बाद यह राशि कुछ कम हो गई है।

ये इंडस्ट्रियल एरिया बड़े बकायेदार
रुद्रपुर
काशीपुर
बागेश्वर
जसपुर
रुड़की
कोटद्वार
सिडकुल
सितारगंज
ज्वालापुर

1 मार्च से 17 मार्च तक वसूले 497 करोड़
सर्किल का नाम इंडस्ट्री घरेलू टोटल
देहरादून रूरल 31.60 22.41 54.02
देहरादून अरबन 11.90 22.02 33.93
कर्णप्रयाग 2.49 3.44 5.93
श्रीनगर 12.33 4.48 16.81
टिहरी 4.96 6.06 11.03
हल्द्वानी 9.22 15.99 25.22
काशीपुर 64.45 10.68 75.14
रानीखेत 1.53 5.54 7.07
हरिद्वार 72.11 17.61 89.72
रुड़की 37.68 20.60 58.29
पिथौरागढ़ 1.59 3.83 5.43
रुद्रपुर 97.05 17.49 114.54
टोटल 346.98 150.19 497.18

बकाया वसूली को लगातार अभियान चलाया जा रहा है। रोजाना औसतन 25 से 30 करोड़ की डिविजनों की ओर से वसूली की जा रही है। मार्च माह में 17 तारीख तक सभी 12 सर्किलों ने 497 करोड़ रुपये के बिजली बिलों का भुगतान लिया है। इंडस्ट्रीज से भी बकाया वसूली पर फोकस किया गया है। 31 मार्च तक टारगेट अचीव करने का प्रयास किया जा रहा है।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम