देहरादून (ब्यूरो) दून आरटीओ में 11 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) रजिस्टर्ड हैं। लेकिन, उन्हें चार्ज करने के लिए एक भी चार्जिंग स्टेशन नहीं है। हालांकि, परिवहन निगम करीब चार दर्जन चार्जिंग स्टेशन बनाने की बात कर रहा है। कब तक ये स्टेशन बनेंगे, समय ही बताएगा। लेकिन, सच्चाई ये है कि जिनके पास इलेक्ट्रिक वाहन हैं, वे खुद ही चार्जिंग की व्यवस्था कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी ने अपनी 30 ई-बसों के लिए ट्रांसपोर्टनगर में चार्जिंग प्वाइंट्स बनाए हैं। ऐसे ही निजी कार स्वामियों ने भी अपने वाहनों को चार्ज करने के लिए भी जुगाड़ किए हैं।

हर स्टेशन पर होंगे 25 प्वाइंट्स
दून आरटीओ सुनील शर्मा के मुताबिक 9 किमी के दायरे में जहां एक चार्जिंग स्टेशन बनेगा, वहीं हर स्टेशन में 20 से 25 चार्जिंग प्वाइंट होंगे। इसके लिए परिवहन निगम खुद सर्वे का काम कर रहा है। इसके अलावा एनसीवाईपी (नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम) के तहत भी काम जारी है।

यात्रा मार्ग की भी तैयारी
आरटीओ के मुताबिक चारधाम यात्रा पर भी चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जाने की तैयारी है। आरटीओ ने बताया कि यात्रा मार्ग पर 50 किमी दायरे में एक स्टेशन होगा। जिससे यात्रा पर आने वाले यात्रियों को सुविधाएं मिल सके।

कैबिनेट ने दी थी मंजूरी
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और उनके लिए पर्याप्त चार्जिंग प्वाइंट सुनिश्चित करने के लिए कैबिनेट ने पहले ही भवन निर्माण और विकास उपनियम/विनियम, 2011 में संशोधन करने के प्रस्ताव को मार्च 2023 में मंजूरी दी है। कहा गया था कि एकल आवासीय भवनों को छोड़ सभी नॉन रेजिडेंशियल भवनों जैसे ग्रुप हाउसिंग, होटल, मल्टीप्लेक्स, लॉज और 1,500 वर्ग मीटर में फैली ऐसी अन्य इमारतों को इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए बुनियादी ढांचा बनाना होगा।

टीएचडीसी ने भी किया था ऐलान
सितंबर 2021 में टीएचडीसी ने भी कहा था कि उत्तराखंड में 6 माह में 10 चार्जिंग स्टेशन खुलेंगे। इस पर भी अब तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है।

40 ईवी पर 1 चार्जिंग कनेक्टर जरूरी
दून में वर्तमान में 10 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन हैं। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की रिसर्च के मुताबिक 40 गाडिय़ों पर एक चार्जिंग कनेक्टर होना जरूरी है। एक चार्जिंग स्टेशन पर औसतन छह कनेक्टर्स होते हैं। ऐसे में दस हजार वाहनों के लिए देहरादून में 250 कनेक्टर्स की जरूरत है।

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