- राज्य अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास परिषद के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

DEHRADUN: राजनीति में कुछ भी संभव है। कल तक सीएम हरीश रावत को जन नेता बताने वाले भीमलाल आर्य आज उन्हें ही दगाबाज करार दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि उनके क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है, इसलिए उन्होंने नाराज होकर राज्य अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

क्षेत्र की हो रही उपेक्षा- आर्य

घनसाली रिजर्व सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर ख्0क्ख् में विधानसभा पहुंचे भीमलाल आर्य बीजेपी से भी ज्यादा दिन तक संतुष्ट नहीं रह पाए थे। यही कारण था कि अक्सर वे मंचों से लेकर तमाम आयोजनों पर सीएम हरीश रावत की तारीफों के पुल बांधते थे। सदन में फ्लोर टेस्ट के दौरान उपस्थित न होने पर पार्टी व्हिप के उल्लंघन में उन्हें अपनी विधायकी से भी हाथ धोना पड़ा। इसके बाद उनको सीएम हरीश रावत ने राज्य अवस्थापना व औद्योगिक विकास परिषद का अध्यक्ष पद सौंपा। लेकिन अब वे सीएम रावत से भी नाराज हो गए हैं। उनका कहना है कि ऐसे दायित्व का क्या करना, जिससे उनके क्षेत्र के विकास कार्य भी न हो पाएं। उन्होंने कहा कि सीएम ने परिषद का अध्यक्ष तो नामित कर दिया, लेकिन न बैठने को कार्यालय है और कुर्सी व स्टाफ। हकीकत यह है कि उनको न तो कांग्रेस में शामिल किया गया है और नहीं घनसाली को पिछड़ा क्षेत्र घोषित किया गया है। उनके साथ ऐसा धोखा हो रहा है कि जिससे वह न इधर के रहेंगे और न ही उधर के। उन्होंने कहा कि वे अपने क्षेत्र की जनता के लिए हमेशा संघर्ष जारी रखेंगे। इसीलिए उन्होंने परिषद के अध्यक्ष पद से सीएम को अपना इस्तीफा भेज दिया है।