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- आंधी से नष्ट हुई फसल का मांगा मुआवजा

- जेएम कार्यालय में किसानों ने दिया धरना

ROORKEE: मौसम की भेंट चढ़ी फसल के मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को उत्तराखंड किसान मजदूर रक्षा दल के बैनर तले किसानों ने धरना दिया। इस दौरान किसानों ने गन्ने के बकाया भुगतान की भी मांग उठाई।

जल्द से जल्द मिले मुआवजा

सोमवार को उत्तराखंड किसान रक्षा दल के बैनर तले नारसन क्षेत्र से बड़ी संख्या में किसान नारेबाजी करते हुये ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के दफ्तर पहुंचे। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन के कहने के बावजूद चीनी मिल उनके बकाया भुगतान को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। किसानों ने बताया कि लिब्बरहेड़ी चीनी मिल द्वारा अभी तक बकाया भुगतान की कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। किसानों ने कहा कि सात और आठ जून की रात को आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के चलते नारसन क्षेत्र के दर्जन भर गांव के किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी, प्रशासन की ओर से प्रभावित किसानों का सर्वे भी कराया जा रहा है। किसानों ने मांग उठाई कि सर्वे सही तरीके से कराया जाए और पात्र किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए। किसानों ने यह मांग भी उठाई कि प्रभावित किसानों की सर्वे सूची संगठन को भी उपलब्ध कराई जाएगा। इसी बीच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित किसानों के बीच पहुंचे और उनका ज्ञापन लिया। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों का सर्वे कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस बाबत जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष रामपाल सिंह, प्रवक्ता राकेश लौहान, आदर्श मोहन शर्मा, बलजोर सिह, सुरेन्द्र राठी, अशोक राणा, दीपक राणा, उपेन्द्र, सतीश, राजपाल सिंह आदि मौजूद रहे।