गैरसैंण,

सीएम हरीश रावत ने कहा है कि हम गैरसैंण पर कोई राजनीति नहीं करेंगे, जबकि बीजेपी लगातार राजनीतिक प्रपंच रच रही है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण राजधानी के मुद्दे पर बीजेपी ने सत्र का बहिष्कार कर जनभावनाओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार तीन बार गैरसैंण में सत्र के दौरान इस तरह का राजनीतिक प्रपंच कर चुकी है। सरकार गैरसैंण के मसले पर सुनियोजित तरीके से कार्य कर रही है।

बीजेपी को है डर-रावत

शुक्रवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी को इस बात का डर रहता है कि सरकार कहीं बड़ा फैसला न ले ले। भाजपा की इस मसले पर गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि जब भाजपा ने सदन की कार्यवाही के बहिष्कार का निर्णय लिया, उस समय सत्तापक्ष के पूरे, जबकि विपक्ष भाजपा के मात्र सात विधायक मौजूद थे। महत्वपूर्ण यह भी था कि भाजपा जिस नियम के तहत चर्चा करना चाह रही थी, वह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव या सेंसर की तरह है। कोई भी सरकार ऐसे प्रस्ताव पर कैसे चर्चा कर सकती है। भाजपा यदि वाकई गंभीर होती तो दूसरे नियमों के तहत चर्चा करती। सरकार गैरसैंण पर निश्चित रोड मैप पर काम कर रही है। सरकार गैरसैंण को मुख्य सड़कों से जोड़ने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सड़क निर्माण निगम का गठन भी करने का प्रयास है। जल्द ही सचिवालय भवन का शिलान्यास किया जाएगा। सब कुछ सुविचारित है। किसी को इस पर संशय नहीं होना चाहिए।