सिंगली गांव, कैनाल रोड सुंधोवाली के बाद धोरण में लेपर्ड का मूवमेंट, एनआईईपीवीडी में भी दहशत

-अब तक लैपर्ड के नहीं मिल पाए फुट प्रिंट, सिर्फ ट्रैप कैमरों व पिंजरों का ही सहारा
-दिनभर वन विभाग ने इलाके की खाक छानी, धोरण में लगे कैमरों से दिखा मूवमेंट

देहरादून, 16 जनवरी (ब्यूरो): पूरा एक दिन बीत गया है। लेकिन, अब तक सुंधोवाली रिस्पना नदी में 12 वर्षीय निखिल थापा पर हमला बोलने वाले लैपर्ड का पता नहीं चल पाया। हालांकि, वन विभाग की तमाम टीमों ने पूरे इलाके में घटना की रात से लेकर मंडे सुबह, दोपहर और शाम को पूरे इलाके की खाक छान मारी। लेकिन, अब तक लैपर्ड का फुटप्रिंट तक नहीं मिल पाए। फिलहाल, वन विभाग ने अब इलाके में 8 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। इसके अलावा घटनास्थल के आस-पास 2 पिंजरे भी लगा दिए हैं। वन विभाग को उम्मीद है कि जरूर जल्द ही हमलावर लैपर्ड पिंजरे में कैद होगा। इधर, घटनास्थल का दौरा करने के लिए वन विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।

लगाए 8 नाइट विजन कैमरे
वहीं, मंडे को वन विभाग की टीम ने इलाके की खाक छानी। लेकिन, टीमों घटना स्थल और रिस्पना नदी के किनारे मौजूद झाडिय़ों में टीमों को लैपर्ड के फुटप्रिंट नहीं मिल पाए। वन विभाग की टीमों ने फिलहाल इलाके में नाइट विजन के 8 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। जिससे लैपर्ड के मूवमेंट को मॉनिटर किया जा सके। इसके अलावा तत्काल प्रभाव से दो पिंजरे भी लगाए गए हैं। देर शाम खबर लिखे जाने तक पिंजरों व कैमरों में हमलावर लैपर्ड का कोई मूवमेंट ट्रैप नहीं किया जा सका। फिलहाल, मंडे को वन विभाग के आलाधिकारियों में फॉरेस्ट कंजर्वेटर यमुना वृत्त डॉ। विनय भार्गव, डीएफओ मसूरी वैभव कुमार, एसडीओ सुची चौहान समेत कईयों ने इलाके का दौरा किया।

अब एनआईईपीवीडी में दहशत, रात में दिखा
पहले सिंगली गांव, उसके बाद सुंधोवाली अब एनआईईपीवीडी (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द इंपावरमेंट ऑफ पर्सन विद विजुअल डिसएबिलिटीज)मेंभी लैपर्ड का मूवमेंट देखा गया। बताया जा रहा है कि इंस्टीट्यूट की प्रिंसिपल ने वन विभाग को इस बारे में जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि इंस्टीट्यूट के गार्ड को रात में लैपर्ड दिखाई दिया। जिस कारण वहां पूरे इलाके में डर व भय का माहौल बना हुआ है। दरअसल, एनआईईपीवीडी के पीछे पूरा जंगल का इलाका है। ऐसे में वन विभाग मान रहा है कि यकीनन इन जंगलों में लैपर्ड हो सकता है।

धोरण भी सुबह 5 बजे रहा लैपर्ड का मूवमेंट
वन विभाग को जानकारी मिली है कि धोरण इलाके में सुबह करीब 5 बजे एक लैपर्ड का चहल कदमी देखी गई। हालांकि, ये लैपर्ड नया है या फिर सिंगली गांव व सुंधोवाली की घटना वाला, स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन, सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड लैपर्ड का मूवमेंट मंडे सुबह करीब पांच बजे का ही है।

लैपर्ड नहीं, डॉग्स फंस रहे पिंजरे में
बताया जा रहा है कि लैपर्ड को रेस्क्यू करने के लिए जिन इलाकों में पिंजरे लगाए गए हैं। वहां लैपर्ड नहीं, डॉग्स फंस जा रहे हैं। सिंगली गांव में कुछ ऐसी शिकायतें सामने आईं। यहां 3-4 डॉग्स पिंजरे में फंस गए। जिसके बाद वन विभाग की टीमों ने उन्हें वहां से निकाला।

सूखी नदी पर झाडिय़ों से लग रहा डर
उत्तराखंड में दून सहित अनेक इलाकों में गुलदार सहित कई जानवर लोगों पर हमला बोल रहे हैं। कैनाल रोड पर जिस प्रकार से एक 12 वर्षीय बच्चे पर लैपर्ड ने हमला बोला, उसके बाद कैनाल रोड के पीछे सूखी नदी पर उग आई झाडियों से स्थानीय लोगों मेंं डर व दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय निवासी व जागरूक बनो आवाज उठाओ के संयोजक यशवीर आर्य के अनुसार पिछले लंबे समय से सूखी नदी पर झाडिय़ां उग आई हैं। गत वर्ष नगर निगम ने झाडिय़ां हटा दी थी। एक बार फिर से नदी पर झाडिय़ां उग आने से इलाके में लैपर्ड का खतरा बना हुआ है। बताया, इन झाडियों के बीच में दुबक कर लैपर्ड फिर से हमला बोल सकता है। नदी किनारे करीब 2 किमी इलाके में झाडिय़ों को तत्काल काट कर हटा दी जाएं। ऐसे न होने पर नदी किनारे रहने वाले लोगों में डर का माहौल बना हुआ है।

मंत्री घायल निखिल का जाना हाल चाल
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर लैपर्ड के हमले में घायल 12 वर्षीय घायल निखिल थापा का हाल जाना। बताया कि निखिल कैनाल रोड के पास अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। इसी बीच गुलदार ने हमला बोल दिया। कैबिनेट मंत्री ने डॉक्टरों को उचित उपचार के लिए निर्देश दिए।

पीडि़त परिवार को मुआवजा राशि
काबीना मंत्री ने मौके पर मौजूद वन विभाग के अधिकारियों को पिंजरा बढऩे और जल्द लैपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने के निर्देश दिए। कहा, सरकार घायल के परिवार को 20 हजार रुपये की मुआवजा राशि दे दी गई है। मंत्री ने अधिकारियों को शीघ्र शेष राशि पीडि़त परिवारजनों को देने के निर्देश दिए गए। कहा, सरकार पीडि़त परिवार के साथ है। इसी दौरान मंत्री गणेश जोशी ने अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों का हाल चाल भी जाना।
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