-जलभराव की सबसे ज्यादा शिकायतें आई कंट्रोल रूम

-जिले में शाम तक 21 रोड बंद, 13 रोड खोली गई

-टनल में फंसे मजदूरों का नहीं मिल पाया सुराग

देहरादून

लगातार दूसरे दिन भी दून में तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। करीब 40 घंटे तक सिटी और आसपास के इलाकों में लगातार बारिश होती रही। सैटरडे देर शाम शुरू हुआ बारिश का सिलसिला मंडे शाम को थम पाया। इस दौरान दून के 200 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। लोगों को सबसे ज्यादा जलभराव और बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। उधर इच्छाड़ी डैम की टनल में फंस दो मजदूरों को मंडे का भी सुराग नहीं लग पाया। एसडीआरएफ लगातार सुरंग में रेस्क्यू अभियान चला रही है।

24 घंटे में बारिश

मोहकमपुर 129 मिमी

यूकॉस्ट 106 मिमी

मसूरी 107 मिमी

कालसी 54 मिमी

ऋषिकेश 64 मिमी

रायवाला 49 मिमी

यहां हुआ जलभराव

-आईएसबीटी

-माता मंदिर रोड

-धर्मपुर

-देहराखास

-चंद्रबनी

-बसंत विहार

-तेलपुर चौक

-शिमला बाईपास

-बड़ोवाला

-प्रिंस चौक

खाली प्लॉट परेशानी की जड़

सिटी में खाली पड़े प्लॉट बारिश के दौरान सबसे बड़े परेशानी साबित हो रहे हैं। सिटी के बाहरी इलाकों में ही नहीं मिड सिटी के रिहायशी इलाकों में बड़ी संख्या में ऐसे प्लॉट हैं, जो बाउंड्रीवॉल बनाकर छोड़ दिये गये हैं। इन प्लॉट में भरा पानी आसपास के लोगों के घरों में घुस रहा है। आने वाले दिनों में यह पानी मच्छरों पैदा होने का भी कारण बन सकता है। नगर निगम के आपदा रूम में जलभराव को लेकर आने वाली सबसे ज्यादा घर के पास खाली प्लॉट्स में पानी भरने की आई।

21 सड़कें बंद

रात को हुई भारी बारिश के कारण देहरादून जिले की 34 रोड बंद हो गई थी। हालांकि शाम तक 13 रोड खोल दी गई। 23 मोटर रोड अब भी बंद पड़ी हुई हैं। सबसे ज्यादा 9 रोड पीडब्ल्यूडी साहिया खंड में बंद हैं। पीडब्ल्यूडी निर्माण और पीडब्यूडी प्रांतीय खंड में एक-एक रोड बंद हैं। पीएमजीएसवाई कालसी ख्ाड में 5 और पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड में 4 रोड बंद हैं। एक राष्ट्रीय राजमार्ग सुवाखोली-वाटाघाट- नई टिहरी भी बंद है।

टनल में फंसे लोगों का सुराग नहीं

कालसी क्षेत्र के इच्छाड़ी बांध की टनल में फंसे दो मजदूरों का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिल पाया। ये मजदूर टनल में पेंट करने गये थे। अचानक पानी बढ़ने से लापता हो गये थे। एसडीआरएफ, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि यदि मंडे को भी मजदूर रेस्क्यू नहीं हुआ तो ट्यूजडे को भी अभियान चलाया जाएगा।

जनजीवन अस्त-व्यस्त

करीब 40 घंटे तक लगातार हुई बारिश के कारण दून में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। सड़कों पर जलभराव के साथ ही गई जगहों पर सड़कें धंस कर असुरक्षित हो गई। खोदी गई सड़कों पर फिसलन हो गई। इससे आने-जाने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान ज्यादातर लोग घरों में ही रहे। सरकारी और प्राइवेट ऑफिसेज में भी उपस्थिति कम रही।

अब कुछ राहत की उम्मीद

दून में अब बारिश से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने ट्यूजडे को जिले में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। राज्यभर में भी कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।