देहरादून(ब्यूरो): लैपर्ड के हमले की घटनाओं के बाद सोशल मीडिया कई फेक वीडियो वायरल हो रही हैं। जिसको लेकर दशहत लगातार बढ़ते जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए अब वन विभाग ने इन फेक वीडियो के खिलाफ पुलिस में शिकायत तक दर्ज कर दी है। इधर, घटनाएं सामने आने के बाद विभाग ने अब तक सिटी के तमाम इलाकों को सीसीटीवी कैमरों से मानो कैद कर दिया है। अब तक 36 संवेदनशील इलाकों में इंस्टॉल कर दिए गए हैं।

इक्कीस दिनों में दो घटनाएं

दून में 27 दिसंबर को सिंगली गांव में चार वर्षीय बच्चे पर लैपर्ड ने हमला बोल दिया। इसके बाद गत 14 जनवरी को भी 12 वर्षीय बच्चे को भी सुंधोवाली इलाके में लैपर्ड ने घायल कर दिया। लगातार दो घटनाएं सामने आने और लैपर्ड का अता-पता न चलने के बाद अब वन विभाग लगातार लोगों के गुस्से व नाराजगी का सामना कर रहा है। इसके अलावा सीएम ने भी लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसको देखते हुए वन विभाग हमलावर लैपर्ड को रेस्क्यू या फिर ट्रेंकुलाइज करने पर दिन-रात जुटा है। संवेदनशील इलाकों में कांबिंग की जा रही है। पूरी रात इलाकों में वन विभाग की टीम मुस्तैद है। लेकिन, इसके बावजूद भी कोई सफलता हाथ नहीं लग पा रही है।

हर पल का मूवमेंट होगा कैद

अब इसको देखते हुए विभाग ने लैपर्ड के मूवमेंट को देखते हुए ट्रैप सीसीटीवी कैमरे बढ़ा दिया है। जिनकी संख्या 36 तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि हाल ऐसा ही रहा तो लैपर्ड के पल-पल के मूवमेंट को कैद करने के लिए हर क्षेत्रों में कैमरे लगाए जा सकते हैं। मसूरी वन प्रभाग में सामने आई इन घटनाओं के बाद डीएफओ मसूरी वैभव कुमार ने बताया कि जरूरत पड़ी तो कैमरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।


इन इलाकों में लगाए गए कैमरे

-सुंधोवाली
-सिंगनी गांव
-धोरण
-डांडा लखौंड
-सिद्धार्थ लॉ कॉलेज
-कैनाल रोड नदी किनारे
-आईटी पार्क क्षेत्र
-कंडोली

अनवैरीफाइड वीडियो पर चिंता

डीएफओ के अनुसार ये घटनाएं सामने आने के बाद सोशल मीडियो में अनवैरीफाइड वीडियो की बाढ़ सी आ गई है। इससे इन संवेदनशील इलाकों में डर व भय का माहौल बना रहा है। डीएफओ ने बताया कि इसको देखते हुए एसएसपी दून अजय सिंह से इसकी शिकायत दर्ज की गई है। वेडनसडे को अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

ऐसे मिल रहीं हैं फेक सूचनाएं

-झाड़ी हिलने पर।
-झाडिय़ों में डॉगीज दिखने पर।
-वीडियो वायरल होने पर
-रात में किसी जानवर के मूवमेंट पर


1-वन विभाग के मुताबिक वायरल हुए वीडियो में लोग पुरानी वीडियो को सामने ला रहे हैं। यहां तक कि कोविड के दौरान रामनगर मुहान तक का वीडियो वायल कर दिया गया है।

2- यूपी तक का वीडियो भी वायरल कर दिया गया है। जबकि, इस वीडियो में यूपी के नंबर की गाड़ी साफ नजर आ रही है। इसी प्रकार से कई अन्य वीडियो भी वायरल कर दिए गए हैं।

आज सेंसिटिव इलाकों में होगी कॉम्बिंग

डीएफओ मसूरी, एसडीओ मालसी, रेंजर्स समेत कई रेंजों के वन कर्मियों ने संवेदनशील इलाकों का विजिट किया। लेकिन, लैपर्ड के बावत कोई फुटप्रिंट तक नहीं मिले। बताया जा रहा है कि वेडनसडे को इन सेंसिटिव इलाकों की कॉम्बिंग की जाएगी। इसके लिए वन विभाग के कर्मियों को भी बुलाया गया है।

हां, बड़ी संख्या में अनवैरीफाइड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। एसएसपी को इस बारे में शिकायत दी जा चुकी है। वेडनसडे को अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। बाकी, संवेदनशील इलाकों में अब तक 36 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल कर दिए गए हैं।
वैभव कुमार, डीएफओ, मसूरी डिवीजन।

dehradun@inext.co.in