देहरादून (ब्यूरो)। देहरादून के हर्रावाला निवासी लेफ्टिनेंट ज्योति नैनवाल के पति नायक दीपक नैनवाल 10 अप्रैल, 2018 को जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हो गए थे। उन्हें तीन गोलियां लगीं थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। शरीर में धंसी तीन गोलियों से वह एक माह तक संघर्ष करते रहे। उनकी शहादत के बाद पत्नी ज्योति ने अपने दर्द को पीछे छोड़ा और देश को परिवार से पहले रखने के पति के सपने को पूरा करने निकल पड़ीं। सेना में अफसर बनने के लिए ज्योति ने कड़ी मेहनत की और उनके परिवार ने भी इसमें भरपूर साथ दिया। पासिंग आउट परेड के दौरान लेफ्टिनेंट ज्योति की बेटी लावण्या व बेटा रेयांश समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। ज्योति ने कहा कि जिस सोच के साथ उनके पति ने सर्वोच्च बलिदान दिया, उसी सोच को जीने के लिए वह भी देश की राह पर बढ़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीरों की धरती हैं और यहां की वीरांगनाओं का दिल भी देश के लिए धड़कता है।

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