- जौनसार-बावर के करीब साढ़े 300 गांवों में मरोज की धूम

- विवाहित लड़कियां मायके आकर मना रहीं शुणियात का जश्न

देहरादून,

जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के लगभग साढ़े तीन सौ गांव व मजरे के ग्रामीण माघ मरोज पर्व के जश्न में डूबे हैं। घर-घर मेहमानों की खातिरदारी का दौर तेज हो गया है। विवाहित लड़कियां अपने मायके आकर शुणियात पर्व का जश्न मना रही हैं। गांवों के पंचायती आंगन में लोक संस्कृति की परंपराएं देखने को मिल रही हैं।

11 जनवरी से जारी है जश्न

तीन तहसीलों कालसी, चकराता व त्यूणी क्षेत्र में बसे जौनसार बावर के गांवों में 11 जनवरी को माघ मरोज पर्व का जश्न शुरू हुआ था। विवाहित लड़कियों के यहां पर बांटा भेजने के साथ ही मेहमान के स्वागत का दौर भी शुरू हो गया। दिन में पंचायती आंगन झेंता, रासो, तांदी नृत्य से गुलजार हैं, शाम को विशेष भोज का आयोजन चल रहा है। शाम को भोज के बाद गीत, संगीत के आयोजन में लोक गीत, ठुडूं, बैणी, सुपनी व ठुमके लगाए जा रहे हैं। गायन में पुरुषों का नाचगाना चल रहा है। एक दूसरे के घर जाकर दावतों का लुत्फ भी लोग उठा रहे हैं।

पंचायती आंगन से घर-घर जश्न

जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर की 39 खतों में पंचायती आंगन से लेकर घरों तक लोक संस्कृति का जश्न दिखाई दे रहा है। शुणियात पर्व के लिए विवाहित लड़कियां अपने मायके आई हुई हैं। जिस कारण हर गांव में पर्व की रौनक देखते ही बन रही है। थैत्योऊ गांव में शुणियात पर्व की रंगत अलग ही है। एक माह तक चलने वाले माघ मरोज पर्व में अतिथि देवो भव: की परंपरा खूब निभाई जा रही है। कालसी ब्लॉक की खत समाल्टा के थैत्योऊ गांव में विवाहित लड़कियां कृष्णा चौहान, रोशनी चौहान, प्यारों देवी, सुन्दला देवी, बामो देवी, दर्शनी देवी, तारों देवी, पानो देवी, प्रभा देवी, सानिया आदि ने शुणियात पर्व का जश्न मनाया।

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कर्मचारी मंडल की महिलाएं सम्मानित

बालिका दिवस पर खत समाल्टा की ग्राम विकास समिति थैत्योऊ व कर्मचारी मंडल का सम्मेलन किया गया। ऊषा चौहान व कल्पना चौहान को सम्मानित किया गया। इस मौके पर ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष माया राम चौहान, कोषाध्यक्ष केशर सिंह चौहान, सचिव रणवीर सिंह चौहान, स्याणा अमर सिंह चौहान, श्रीचन्द चौहान, संतराम चौहान आदि मौजूद रहे।