-बीएएमएस के 17 छात्रों के कागजात पाए गए संदिग्ध

हरिद्वार: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ऋषिकुल परिसर के 17 और बीएएमएस छात्रों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए हैं। दरअसल ये छात्र बुधवार को अनुपस्थित थे तो इनके दस्तावेजों की फौरी तौर पर जांच की गई। आशंका जताई जा रही है कि मुन्नाभाई कांड में पकड़े जाने के डर से ये सभी अनुपस्थित रहे होंगे। संस्थान के निदेशक ने इन छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है।

परिसर में पुलिस का डेरा

मुन्ना भाई प्रकरण की जांच के सिलसिले में देहरादून और हरिद्वार पुलिस संयुक्त रूप से ऋषिकुल परिसर स्थित उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में डेरा डाले हुए है। पिछले दो दिनों में शहर कोतवाली की ओर से बीएएमएस के दस छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें से नौ छात्रों की गिरफ्तारी हो चुकी है और एक आरोपी छात्र आमिर फरार है। छात्रों पर उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल टेस्ट में मुन्ना भाइयों से अपने स्थान पर परीक्षा दिलाने का आरोप है। बुधवार को वर्ष 2013 बैच के तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र एवं दाखिले के दौरान जमा कराए गए दस्तावेजों की जांच की गई। वर्ष 2013 बैच में 59 छात्र पंजीकृत थे। इसमें से एक छात्र मेहराज को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में दिल्ली आइबी गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि बाकी 58 में से एक आरोपी छात्र दीपक कुमार पुत्र दिनेश कुमार निवासी बी-06 आईआरआई कालोनी बहादराबाद को दून पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी बचे 57 छात्रों की जांच के दौरान 17 छात्र अनुपस्थित रहे, जबकि 40 छात्र-छात्राओं के दस्तावेजों का मिलान कराया गया।