- आसन नदी का रुख मोड़कर करोड़ों की जमीन बनाने की फिराक में भूमाफिया
- 50 साल पुराने पट््टों के नाम पर कब्जाई जा रही जमीन, खसरा कहीं का और कब्जा कहीं

देहरादून (ब्यूरो): आए दिन नदियों के किनारे कब्जे के मामले सामने आ रहे हैैं। कब्जों पर रोक लगाने पर पुलिस-प्रशासन से लेकर नगर निगम नाकाम साबित हो रहा है। वार्ड 89 के तुंतोवाला में बडोनी चौक के बाद अब तुंतोवाला खादर में आसन नदी पर खुलेआम अवैध तरीके से पिलर डालकर पुश्ता लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि भूमाफिया नदी की साइड जमीन कब्जा कर प्लॉटिंग की तैयारी में हैं। इन्हें न कानून का खौफ है और न पुलिस-प्रशासन और नगर निगम का ही डर है।

पौने दो करोड़ की एक बीघा जमीन
कैलाशपुर मेंहूवाला माफी तुंतोवाला आसन नदी सीमा पर आसन नदी के सीने पर भूमाफिया खंजर घोपने का काम कर रहे हैं। इस एरिया में जमीन के रेट 18 से लेकर 20 हजार प्रति वर्ग गज है। ऐसे में एक बीघा जमीन की कीमत 1.80 करोड़ रुपए तक है। दो बीघा की कीमत साढ़े 3 करोड़ से अधिक है। नदी कब्जाकर भूमाफिया करोड़ों की जमीन हथियाने में जुटे हैं।

नदी को डायवर्ट कर रहा भूमाफिया
तुुंतोवाला खादर में नदी पर पिलर डालकर नदी एरिया को कब्जाया जा रहा है। बताया गया कि यहां पर नगर निगम की भी जमीन है। इस एरिया में कई जगहों पर लंबे समय से नदी की जमीन को कब्जाने का धंधा चल रहा है। सौ-सौ मीटर चौड़ी नदी कहीं-कहीं पर दस-दस मीटर रह गई है। हालात यही रहे तो वह दिन दूर नहीं जब नदी का आकार नाले में तब्दील हो जाएगा।

मौके पर पहुंची टीम बैरंग लौटी
शिकायत के बाद मौके पर पहुंची टीम भी बैरंग लौटी। माफिया नदी में अपनी जमीन बताने लगे। निगम की टीम भी देखती रह गई। लोगों का कहना है कि जमीन कहीं की है और खाता-खसरा नंबर कहीं और का है। निगम की टीम ने खाते की जांच कराने की बात कही है। टीम ने जांच होने तक कार्य बंद करने को कहा है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि नगर निगम की टीम लौटते ही फिर माफिया पुश्ता लगाने में जुट गए। लगातार कार्य चल रहा है, इधर स्थानीय लोगों ने पुश्ते को तत्काल रोकने की मांग की है।

भूमाफिया पर लिया जाए एक्शन
प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा आसन नदी में अवैध तरीके से लगाए जा रहे पुश्ते के निर्माण पर रोक के लिए नगर निगम, डीएम और सीएम को भी ज्ञापन भेजा गया है। बावजूद इसके अवैध पुश्ता और मिट््टी खुदान कर कार्य जारी है।
सुखबीर बुटोला, पार्षद, चंद्रबनी

जिस भूमि पर प्रॉपर्टी डीलर अपना हक जता रहे हैं वह जमीन उनकी नहीं है। खसरा नंबर कहीं और का है और जमीन पर कब्जा कहीं दूसरी जगह लिया जा रहा है। यह कहां का नियम है। मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
अनिल ढकाल

तुंतोवाला क्षेत्र प्रॉपर्टी डीलरों की नजर में है। पिछले कई वर्षों से भूमाफिया गठजोड़ बनाकर नदी के किनारों पर जमीन खरीद रहे हैं और समतलीकरण के नाम पर नदी-नालों को पाटकर कब्जा रहे हैं। ऐसा ही चलता रहा तो नदी गायब हो जाएगी।
मदन सिंह

इस क्षेत्र में पट्टों की जमीन को लेकर भारी गफलत है। इसकी जांच होनी चाहिए। 50 साल पुराने पट्टों के कागजात दिखाकर लोग अब कब्जे लेने पहुंच रहे हैं। वे लोग इतने समय से कहां थे इसका कोई जवाब उनके पास नहीं है।
बलवंत रावत


मामला संज्ञान में आते ही तत्काल टीम को जांच के लिए मौके पर भेजा गया। संबंधित एरिया में निगम की भूमि की जांच की जा रही है। फिलहाल पुश्ता निर्माण रुकवा दिया गया है। मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त, देहरादून
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