देहरादून, (ब्यूरो): डेंगू के सीजन में अक्सर हॉस्पिटलों में ओवर चार्ज को लेकर शिकायतें सामने आती हैं। लेकिन, इस बार पहले ही विभाग ने जांच के रेट को लेकर स्थिति साफ कर दी है। स्पष्ट कहा गया है कि डेंगू की जांच के रेट इस बार मैक्सिमम 1100 रुपए होंगे। बाकायदा, मंडे को सीएमओ दून की मौजूदगी में राजधानी के तमाम हॉस्पिटल, पैथोलॉजी लैब संचालकों, ब्लड बैंक संचालकों ने इस पर रजामंदी बनाई।

ब्लड कलेक्शन सेंटर की मांगी लिस्ट

मंडे को सीएमओ ऑफिस में दून के पैथोलॉजी लैब संचालकों, पैथोलॉजिस्ट और ब्लड बैंक संचालकों की मीटिंग हुई। इस दौरान सीएमओ डा। संजय जैन ने लैब संचालकों व पैथोलॉजिस्ट को निर्देशित किया कि सभी लैब अपने ब्लड कलेक्शन सेंटर की सूची उपलब्ध कराएं। लैब का संचालन एक से अधिक स्थानों पर हो रहा है, उसकी जानकारी भी विभाग को उपलब्ध कराएं। विदआउट लैब रजिस्ट्रेशन के किसी भी पैथोलॉजी या फिर लैब संचालक ने जांच कराई तो उनके लिए खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विभाग की ओर से ये भी कहा गया है कि सभी लैब रजिस्टर्ड पैथोलॉजिस्ट व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती करें। निरीक्षण के दौरान लैबों में पाई जा रही खामियों पर सीएमओ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कमियों को जल्द से जल्द दूर कर विभाग को इसकी पूरी डिटेल उपलब्ध करवाई जाए।

विभाग की ओर से दिए गए निर्देश

-सभी लैब अपने ब्लड कलेक्शन सेंटर की लिस्ट उपलब्ध कराएंगे।

-लैब का संचालन एक से ज्यादा स्थानों पर हो रहा है, तो पूरे डिटेल दें।

-विदआउट लैब रजिस्ट्रेशन के पैथोलॉजी व लैब का संचालन नहीं होगा।

-सभी लैब रजिस्टर्ड पैथोलॉजिस्ट व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती करें। -चेकिंग दौरान लैबों में मिली खामियां तत्काल दूर की जाएं। क्या कमियां दूर की गई, उनकी डिटेल भी विभाग को सौंपी जाए।

बाकायदा रेट भी चस्पा होंगे

हॉस्पिटल, पैथालॉजी लैब संचालकों के साथ तय हुई डेंगू एलाइजा की दरों के बाद सीएमओ डा। संजय जैन ने कहा कि सभी लैब विगत वर्ष निर्धारित की गई दरों पर ही डेंगू एलाइजा और रैपिड टेस्ट करेंगे। सभी लैब और कलेक्शन सेंटर में डेंगू जांच की दरों से संबंधित बोर्ड चस्पा किए जाएंगे।

डेंगू टेस्ट के रेट्स पर एक नजर

डेंगू एलाइजा टेस्ट (एनएबीएच लैब ) - 1100

डेंगू एलाइजा टेस्ट (नॉन एनएबीएच लैब) - 1000

डेंगू रैपिड टेस्ट (एनएस-1) -500

डेंगू रैपिड टेस्ट (एनएस-1+आईजीजी+आईजीएम कांबो) - 800

ब्लड डोनेशन कैंप की सूचना भी देंगे

बताया गया है कि ब्लड बैंक संचालकों व प्रतिनिधियों को सीएमओ की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सभी ब्लड बैंक हर 8 घंटे में ई-ब्लड बैंक पोर्टल में डाटा अपडेट करेंगे। सेंटर में उपलब्ध ब्लड व ब्लड ग्रुप की सूचना बोर्ड पर प्रदर्शित करें। हर महीने लगाए जा रहे ब्लड डोनेशन कैंप की सूचना विभाग को उपलब्ध कराएंगे। एसीएमओ डॉ दिनेश चौहान ने क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में लैब संचालन संबंधी नियमों के बारे में जानकारी शेयर की। जबकि, सीनियर क्षय रोग अधिकारी डॉ। मनोज वर्मा की ओर से ई-ब्लड बैंक पोर्टल के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान ब्लड बैंक संचालकों की सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान दून जिले के करीब 35 से अधिक लैब व ब्लड बैंक संचालकों व प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

बीते वर्षों में डेंगू की स्थिति

वर्ष-मामले-मौत

2019-4991-6

2020-00-00

2021-126-00

2022-1434-00

2023-1201-13

मंडे को भी 5 लैबों को नोटिस

स्वास्थ्य विभाग की ओर से लैंबों की चेकिंग का अभियान जारी है। विभागीय टीम ने अब तक करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा लैबों की चेकिंग की है। इसी क्रम में मंडे को सीएमओ दून की ओर से गठित टीम ने तीसरे दिन राजधानी के पैथालॉजी लैबों में पहुंच कर औचक निरीक्षण किया। वहां मानकों के अनुसार व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

लैब में पाई गई खामियां

एसीएमओ डा। दिनेश चौहान के अनुसार डा। लाल पैथ लैब ठाकुरपुर रोड और पंडितवाड़ी दोनों कलेक्शन सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे थे। जबकि, आरना डायग्नोस्टिक सेंटर और साइंटिफिक पैथ केयर में पैरामेडिकल नॉन रजिस्टर्ड स्टाफ पाया गया। ऐसे ही सुपर मैक्स पैथ लैब बिना पंजीकरण संचालित किया जा रहा था। साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ भी नॉन रजिस्टर्ड पाए गए। इस प्रकार से सभी लैब को निर्देश दिए गए हैं कि यदि लैब में पाई गई खामियों को दूर नहीं किया गया या फिर कलेक्शन सेंटर की जानकारी नहीं दी गई तो कलेक्शन सेंटर को सील कर दिया जायेगा। इसके अलवा लैब का रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल कर दिया जाएगा।

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