देहरादून (ब्यूरो) आरटीओ की मौजूदगी में हुई इस बैठक में बताया गया है कि दून शहर का घंटाघर व परेड ग्राउंड क्षेत्र ट्रैफिक के लिहाज से सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला इलाका है। जहां कई बार इमरजेंसी सेवा या फिर वीआईपी मूवमेंट भी बाधित हो जाता है। इसके लिए अब इन क्षेत्रों में चलने वाले वाहनों को जीपीएस से लैस किया जाएगा। इसके अलावा इनकी निगरानी आईटी पार्क स्थित डीआईट्रिपलसी से की जाएगी। आरटीओ ने बताया कि आरटीए के निर्णय से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के संगठनों के प्रतिनिधियों को इस बावत अवगत कराया गया। इसके अलावा उनसे अपेक्षा की गई है कि वे जल्द से जल्द अपने वाहनों पर जीपीएस लगवा लें। जिससे उनके वाहनों की डीआईट्रिपलसी माध्यम से मॉनिटरिंग शुरू की जा सके।

सभी सिटी बस जीपीएस से लैस
नगर सिटी बस के प्रतिनिधि विपिन शर्मा ने बताया कि वर्तमान में उनके सभी वाहनों पर जीपीएस लगाया जा चुका है। लेकिन, ये भी बताया कि शासन प्रशासन की मंशा के अनुरूप जीपीएस इंस्टॉल करवाने के लिए एक व्यवसायी के रूप में वाहन की निगरानी करने से आर्थिक फायदा हुआ है। वहीं, टाटा मैजिक संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने कहा कि उनके वाहनों में भी जीपीएस लगवाया जा चुका है। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित स्टैंड पर ही वाहनों को रोके जाने के लिए संगठन के सभी सदस्यों को इसकी जानकारी दे दी गई है।

टाटा मैजिक की डिमांड, पर्याप्त स्टॉपेज दें
टाटा मैजिक संगठन ने मांग की कि जिले के सभी मार्गों पर स्टॉपेज की पर्याप्त व्यवस्था व सुविधा सुनिश्चित कर दी जाए। जिससे स्टॉपेज पर ही वाहन रोके जा सकें। विक्रम यूनियन की ओर से पहुंचे सतीश शर्मा ने बताया कि शासन के इस निर्णय पर विक्रम संचालकों ने आशंका जताई है। ऑटो यूनियन के पंकज अरोड़ा ने मांग की कि यदि सरकार की तरफ से उन्हें भी टैक्स में छूट प्रदान कर दी जाती है, तो जीपीएस लगाने को तैयार हैं। जिससे ऑटो संचालकों में आर्थिक बोझ कम हो सकेगा।

सस्ती दरों पर मिल रहा जीपीएस
जीपीएस इंस्टॉल करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि की ओर से बताया कि जीपीएस इंस्टॉल करने से काफी फायदे हैं। भरोसा दिया कि जिस जीपीएस को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इंस्टॉल किया जा रहा है, वह सबसे सस्ती दरों में मुहैया कराई जा रही है।

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