देहरादून (ब्यूरो) एसएसपी अजय ङ्क्षसह के मुताबिक 30 सितंबर की रात को लालपुल के नीचे एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ मिला था। सूचना के बाद स्थानीय चौकी इंचार्ज सनोज कुमार मौके पर पहुंचे। अज्ञात शव की शिनाख्त के लिए जिले के सभी थानों व आसपास के जिलों को फोटो भेजी गई। इसके बाद मृतक की पहचान उसके बड़े भाई रामचंद्र ने शिव कुमार उर्फ बबलू निवासी ग्राम गढा, पोस्ट दुलारी नगर, थाना कमलरौली अमेठी यूपी, वर्तमान निवासी पटेलनगर के रूप में की।

भाई ने पुलिस से की थी शिकायत
10 अक्टूबर को रामचंद्र ने हत्या की आशंका जताते हुए अपनी शिकायत पुलिस को सौंपी थी। इस पर पटेलनगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज जांच शुरू की। जांच में मृतक के फोन की कॉल डिटेल निकाली गई। तो उसकी आखिरी बार बात ऋषभ गुप्ता निवासी आढ़त बाजार सहारनपुर चौक कोतवाली से हुई थी। जांच में ये भी पता चला कि दूसरे दिन मृतक के फोन को आशीष उर्फ पप्पू निवासी गंदा नाला के पास नगर निगम कांप्लेक्स ले गया था। पुलिस ने आशीष से मृतक का फोन बरामद किया। पुलिस ने आरोपी आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

चोरी की स्कूटी में लालपुल ले गए शव
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि 25 सितंबर को शिव कुमार आरोपी ऋषभ गुप्ता के घर आढ़त बाजार आया था। वहां ऋषभ गुप्ता, आशीष और शुभम उर्फ खस्ता निवासी लक्खीबाग पहले ही मौजूद थे। चारों ने रात को शराब पी। इस बीच शिव कुमार के पास रखे तीन हजार रुपये को लेकर उनका विवाद हो गया। झगड़े में तीनों आरोपियों ने शिव कुमार के सिर पर डंडे से हमला कर दिया। जिस कारण शिव कुमार वहीं जमीन पर गिर गया। इसके बाद आरोपी बाहर से ताला लगाकर चले गए। बाकायदा शव तीन दिन तक घर के अंदर ही रखा गया था। शव से जब बदबू आने लगी तो ऋषभ गुप्ता ने कोतवाली क्षेत्र से स्कूटी चोरी की। ऋषभ व शुभम शव को कंबल में लपेटकर स्कूटी में रखकर लालपुल पर लाए और नीचे फेंक दिया।

दो आरोपी स्कूटी चोरी व गांजा तस्करी में जेल
घटना में शामिल ऋषभ गुप्ता को सिटी कोतवाली पुलिस ने 30 सितंबर को स्कूटी चोरी के मामले में गिरफ्तार किया और उसे जेल भेज दिया। इसके बाद एक अक्टूबर को वसंत विहार थाना पुलिस ने शुभम उर्फ खस्ता को 452 ग्राम गांजा के साथ अरेस्ट किया, उसको भी जेल भेद दिया। जब हत्या के मामले में तीसरा आरोपी पकड़ा गया, उसने सब कुछ बंया कर दिया।

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