देहरादून(ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद डॉक्टर, नर्सेज व स्टाफ को ऑनलाइन व ऑफलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ऑनलाइन, ऑफलाइन ट्रीटमेंट व हेडरिर्टन की ट्रेनिंग दी जा रही है। जिससे नए वेरिएंट के तहत किसी भी तरह की सिचुवेशन के लिए स्टाफ तैयार रहे।

हल्द्वानी में जीनोम सिक्वेंसिंग की तैयारी
दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित पेशेंट की ओमिक्रॉन की जांच के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है। इन दिनों अन्य सभी जिलों के कोविड संक्रमित पेशेंट के सैैंपल दून मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं। लेकिन अब जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देहरादून समेत हल्द्वानी में भी जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच की सुविधा शुरू करने जा रहे है। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में टैंडर कर दिए गए हैैं। अगले सप्ताह में मशीन को लगाए जाने की संभावना है।

बढ़ा दी गई सैंपलिंग
कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर दून समेत पूरे प्रदेश में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच को बढ़ा दिया गया है। बीते माह तक 7 हजार से 8 हजार तक सैंपलिंग होती थी। जिसे अब बढ़ाकर 18 हजार तक किया गया है।

दून मेडिकल कॉलेज में ये व्यवस्था
निक्कू बेड - 50
पीडिया बेड - 100
पीडिया आईसीयू - 70
आईसीयू बेड - 110 बेड
ऑक्सीजन बेड - 450 बेड
ऑक्सीजन प्लांट - 3 (1000 एलपीएम क्षमता )
ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट - क्षमता 10 टन


कोरोनेशन हॉस्पिटल में व्यवस्था
पीडिया बेड - 20
पीडिया आईसीयू - 10
ऑक्सीजन बेड - 100
आईसीयू - 30 बेड
ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट - 1000 एलपीएम

यहां भी की जा रही व्यवस्था
रायपुर सीएचसी
प्रेमनगर सीएचसी
मेहंूवाला पीएचसी
सीएचसी चकराता
गांधी शताब्दी हॉस्पिटल
राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम
तीलू रौतेली छात्रावास।

इनकी हो रही ट्रेनिंग
डॉक्टर
नर्सेज
वार्ड बॉय