- 7 सूत्रीय मांगों को लेकर हैं डॉक्टर्स आन्दोलनरत

- पहले दिन 100 से ज्यादा डॉक्टर्स हुए शामिल

DEHRADUN: प्रांतीय आयुर्वेद चिकित्साधिकारी सेवा संघ ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। प्रदेश भर के आन्दोलनरत आयुर्वेदिक डॉक्टर्स डायरेक्ट्रेट ऑफिस में धरना दे रहे हैं। मंगलवार को क्00 से ज्यादा डॉक्टर्स ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नारेबाजी की। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि फिलहाल डॉक्टर्स का आन्दोलन जारी रहेगा।

7 सूत्रीय हैं मांगें

लंबे समय से आंदोलनरत आयुर्वेदिक डॉक्टर्स ने निर्देशालय में अपनी मागों को लेकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। मंगलवार को अनशन पर डॉ। आशुतोष पंत, संयोजक डॉ। जेएन नौटियाल, डॉ। प्रदीप मेहरा अध्यक्ष नैनीताल, डॉ। नवीन चन्द्र जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रदेश सचिव डॉ। मीरा रावत के नेतृत्व में सैकड़ों डॉक्टर्स शामिल हुए। इस मौके पर राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के प्रांतीय सचिव मीरा रावत ने कहा कि केंद्रीय सेवाओं और अधिकांश राज्यों में आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों को एलोपैथिक चिकित्साधिकारियों के समान नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (डीएसीपी) के लाभ से भी आयुर्वेदिक डॉक्टर्स वंचित हैं। उन्होंने कहा कि एनपीए, डीएसीपी, विभागीय ढांचे के पुनर्गठन, एसीपी और डीपीसी जैसे मामलों पर लंबे समय से वह सरकार से वार्ता कर रहे हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकाला जा रहा है।