- कर्मचारियों ने किया दो घंटे कार्य बहिष्कार

- मांग न मानी तो बेमियादी हड़ताल की चेतावनी

देहरादून,

मांगों को लेकर मिनिस्टीरियल कर्मी अब पूरी तरह आंदोलन के मूड में हैं। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सíवसेज एसोसिएशन के बैनर तले कार्मिकों ने मंडे को प्रदेशभर में दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया और सरकार को चेतावनी दी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारियों ने राज्यभर में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे का सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया।

सीएम से किया अनुरोध

प्रांतीय अध्यक्ष सुनील दत्त कोठारी व प्रांतीय महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने कहा कि सीएम से अनुरोध किया कि वह मिनिस्टीरियल काíमकों की मांगों पर वार्ता के लिए शीघ्र मुख्य सचिव को निर्देशित करें। जिससे मिनिस्टीरियल काíमकों को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य न होना पड़े। जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता 8 अप्रैल तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। कहा, मिनिस्टीरियल कार्मिकों से 10, 16, 26 वर्ष की सेवा पर दिए गए एसीपी का लाभ बंद करने और लाभ की वसूली करना काíमकों के साथ घोर अन्याय है। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति के लिए पात्रता अवधि 25 वर्ष से घटाकर 22 वर्ष करने का लिखित समझौता होने के बावजूद आज तक शासनादेश जारी नहीं किया गया है।

फार्मासिस्ट के पद खत्म करने का विरोध

डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने आईपीएचएस मानकों के तहत फार्मासिस्ट्स के पदों में कटौती पर नाराजगी जताई है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की मंडे को डीजी हेल्थ के साथ तिमाही बैठक आयोजित हुई। जिसमें संवर्ग की मांगों को लेकर चर्चा की गई। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार ने आईपीएचएस मानकों के तहत फार्मेसिस्टों के पदों को खत्म किए जाने का विरोध किया। डीजी हेल्थ डॉ तृप्ति बहुगुणा ने फार्मेसी संवर्ग की सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।