- सहस्रधारा में सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रही पानी की मेन लाइनें
- 13 करोड़ रुपये में शिफ्ट होगी पानी की लाइनें, जल संस्थान ने भेजा एस्टीमेट

देहरादून (ब्यूरो): पेड्रों को उखाडऩे के दौरान पानी की पाइप लाइन और बिजली के खंभे टूट रहे हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों को बिजली के साथ ही पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जल संस्थान का कहना है कि रोड चौड़ीकरण से पहले रोड से पेयजल लाइन शिफ्ट की जाए। इसके लिए ऊर्जा निगम ने पीडब्ल्यूडी को करीब 13 करोड़ का एस्टीमेट भेजा है। उधर, पेड़ हटाने के दौरान पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है, जिससे रोजाना हजारों लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने पेयजल आपूर्ति को सुचारू करने की मांग की है।

शिफ्टिंग के लिए चाहिए 13 करोड़
पेयजल लाइन शिफ्टिंग के लिए जल संस्थान ने पीडब्ल्यूडी को लगभग 13 करोड़ रुपये का एस्टीमेट भेजा है। साथ ही कहा है कि बिजली लाइन की तरह रोड चौड़ीकरण कार्य शुरू करने से पहले पेयजल लाइन को शिफ्ट किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो क्षेत्र की करीब 20 हजार से अधिक की आबादी को पानी की समस्या जूझना पड़ेगा। साथ ही कहा कि जेसीबी और पोकलेन मशीन से जगह-जगह पर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त की गई है, जिससे पेयजल आपूर्ति गड़बड़ा गई है। अधिकांश पानी रोड पर बह रहा है, जिससे पब्लिक को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र में कई जगहों पर टैंकरों से पानी आपूर्ति की जा रही है।

जारी है पेड़ों का ट्रांसप्लांट
सहस्रधारा रोड को टू लेन से फोर लेन किया जाना है। इसके लिए यहां से बिजली के पोल, पानी की पाइप लाइन और पेड़ों को हटाया जाना है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि रोड के किनारे से यूकेलिप्टस के करीब 1000 पेड़ काट दिए गए हैं। विभिन्न प्रजाति के 972 पेड़ों को दूसरी जगह पर ट्रांसप्लांट का काम चल रहा है।

पाइपलाइन टूटने की नहीं दी जा रही जानकारी
जल संस्थान नॉर्थ डिवीजन की अधिशासी अभियंता मोनिका वर्मा का कहना है कि रात को पोकलेन मशीन से काम हो रहा है, जिससे पेयजल लाइन को ज्यादा नुकसान हो रहा है। पाइपलाइन तोडऩे के बाद पीडब्लयूडी इसकी जानकारी जल संस्थान को नहीं दे रहा है, जिससे सुबह के समय संबंधित क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

पानी की है बड़ी दिक्कत
रोड चौड़ी होनी भी जरूरी है, लेकिन पानी मिलना भी जरूरी है। आए दिन पानी की आपूर्ति ठप हो रही है, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बीपी उनियाल

मैं सुबह नौकरी पर चले जाता हूं, घर में बुजुर्ग माता-पिता रहते हैं। कई बार सुबह पानी नहीं आता है। कई बार बोतल बंद पानी से गुजारा चलाना पड़ रहा है।
रमेश सिंह

सड़क निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। लंबे समय से लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए
राजेंद्र प्रसाद

हम हर माह पानी का बिल भर रहे हैं, लेकिन महीने में कई दिन पानी नहीं आ रहा है। यदि पेयजल आपूर्ति नियमित सुचारू नहीं की गई, तो पानी का बिल नहीं देंगे।
भगवती भट्ट

रोड चौड़ीकरण से पूर्व पेयजल लाइन शिफ्ट की जानी है, ताकि पब्लिक को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े। करीब तीन माह पहले पाइपलाइन शिफ्टिंग के लिए 13 करोड़ का एस्टीमेट भेजा गया है। बजट मिलते ही पेयजल लाइन शिफ्टिंग का कार्य शुरू किया जाएगा।
मोनिका वर्मा, अधिशासाी अभियंता (नॉर्थ डिविजन), जल संस्थान, देहरादून
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