देहरादू, 7 जनवरी (ब्यूरो)।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के भाई के घर डकैती के मुख्य सरगना परवेज उर्फ बाबा को एसटीएफ ने मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। बाबा घटना के बाद से ही था, जिस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। डकैती की घटना को अंजाम देने वाले आठ अन्य बदमाशों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस को देता रहा चकमा
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई डोईवाला निवासी शीशपाल अग्रवाल के घर पर 15 अक्टूबर 2022 को हथियारबंद बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया था। डकैतों ने घर से कैश व ज्वैलरी मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये लूट लिए। तभी से बदमाशों की धरपकड़ की जा रही थी। डकैती में शामिल आठ आरोपितों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपित परवेज उर्फ बाबा निवासी थाना लिसाड़ीगेट मेरठ यूपी वर्तमान निवासी दिल्ली लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। बदमाश परवेज को गिरफ्तार करने के लिए उत्तराखंड पुलिस के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा आदि राज्यों की पुलिस व एसटीएफ भी काफी समय से प्रयासरत थी।

आरोपी पर 19 केस हैैं दर्ज
विवेचना में यह भी जानकारी मिली कि परवेज उर्फ बाबा हमेशा डकैती आदि करने के बाद घटना वाले स्थान से अलग अन्य किसी राज्य में अपने पुराने मुकदमों में जमानत तुड़वाकर न्यायालय में आत्मसर्मपण कर देता था। जिस कारण उससे अभियोग की माल बरामदगी भी नहीं हो पाती थी और वह मोबाइल फोन भी इस्तेमाल नहीं करता था, जिस कारण इसको गिरफ्तार करना आसान नहीं था। आरोपित के खिलाफ करीब 19 मुकदमे डकैती, लूट, चोरी, हत्या के प्रयास के दर्ज हैं जबकि पुलिस उसे पूर्व में एक या दो बार ही गिरफ्तार करने में सफलता पाई हासिल कर पाई।

पुलिस ने कई राज्यों में ढूंढा
आरोपी को दबोचने के लिए एसटीएफ की एक टीम गिरफ्तारी के लिए दो माह से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, उत्तर प्रदेश व राजस्थान आदि स्थानों पर डेरा डाले हुए थी। टीम को जानकारी मिली थी कि परवेज उर्फ बाबा जयपुर में कहीं रह रहा है। इस सूचना पर टीम द्वारा जयपुर, मुंबई, चेन्नई, दिल्ली आदि संभावित स्थानों पर दबिश दी गई तो पता चला कि वह इन स्थानों से कुछ दिन पहले ही जा चुका है। मौजूदा समय में वह दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में परिवार के साथ पहचान बदलकर रह रहा है। इसके बाद पुलिस टीम ने दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में जाकर खोजबीन की गई तो परवेज उर्फ बाबा का परिवार वहां रह रहा था, लेकिन परेवज उर्फ बाबा वहां नहीं मिला।

एक महीने निगरानी के बाद दबोचा
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने वेष बदलकर उसके परिवार की विगत एक माह से अधिक दिन-रात निगरानी की गई लेकिन फिर भी वह नहीं आया। फिर पता चला कि परवेज उर्फ बाबा का पिता आलमगीर अत्यधिक बीमार है, जो मेरठ में घर पर है। सूचना मिली कि बाबा यहां अपने पिता से मिलने जरूर आएगा। इस पर पुलिस टीम द्वारा मेरठ में इसके घर के आसपास एवं अन्य संभावित स्थानों पर डेरा डाल लिया और निगरानी की गई। इसके बाद सूचना मिली कि परेवज उर्फ बाबा दिनांक छह जनवरी को अपने पिता से मिलने के लिए मेरठ आ रहा है तो एसटीएफ टीम ने बाबा को उसके घर से पहले ही अब्दुलापुर चौराहा जेल रोड मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया।

इनकी हो चुकी पहले ही गिरफ्तारी
डकैती में अब तक महबूब, मुनव्वर, शमीम, तहसीम कुरेशी, रियाज, नावेद, मेहरबान उर्फ बावला व वसीम उर्फ काला को पूर्व में पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया जा चुका है। डकैती में शामिल नौवां कुख्यात बदमाश नफीस उर्फ सपाटा अजीज ने गिरफ्तारी के डर से अदालत में सरेंडर कर दिया था।
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