JOSHIMATH: औली में स्की लिफ्ट को ठीक कर दिया गया है। स्की लिफ्ट बीते दो वर्ष से खराब पड़ी हुई थी। रविवार को लिफ्ट का ट्रायल किया गया। कोलकत्ता के इंजीनियरों ने इसे ठीक किया है। फ्रांस से वर्ष 2011 में 2.84 करोड़ की लागत से स्की लिफ्ट खरीदी गई थी। लिफ्ट ठीक होने से खिलाडि़यों और पर्यटकों को राहत मिली है।

 

2011 में लगाई गई थी स्की लिफ्ट

औली की अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग स्लोप के ऊपर 555 मीटर लंबी स्की लिफ्ट लगाई गई है। इस स्की लिफ्ट में 32 बार लगाए गए हैं। इन बारों में खड़े होकर खिलाड़ी व स्कीयर्स स्टार्ट प्वाइंट तक पहुंचते हैं। वर्ष 2011 में सेफ ¨वटर गेम्स के दौरान स्की लिफ्ट लगाई गई थी। इस लिफ्ट में खेल आयोजन के दौरान खिलाडि़यों को स्टार्ट प्वाइंट तक ले जाया जाता है। यहां से खिलाड़ी की स्कीइंग कर स्लोप के अंतिम छोर तक पहुंचते थे।

 

लिफ्ट के जल गए थे पैनल

वर्ष 2016 में आकाशीय बिजली गिरने के बाद स्की लिफ्ट के पैनल जल गए थे। तब से स्की लिफ्ट बंद पड़ी हुई थी। गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा स्की लिफ्ट की मरम्मत के लिए निविदाएं आमंत्रित की थी। इसमें कोलकत्ता की एक कंपनी के नाम टेंडर हुए थे। जनवरी माह से इंजीनियरों ने स्की लिफ्ट की मरम्मत का कार्य शुरू किया था। अब स्की लिफ्ट के पैनल व ड्राइव बदलने के साथ केबिल को भी नए सिरे से जोड़ा गया है। स्की लिफ्ट का ट्रायल भी निगम ने रविवार को लिया। प्रबंधक रोपवे दिनेश भट्ट ने बताया कि स्की लिफ्ट की मरम्मत का कार्य पूरा कर ट्रायल लिया गया है। बताया कि अब स्की लिफ्ट आटो मोड़ में काम करेगी।