देहरादून (ब्यूरो)। बीते 10 मई को डीएम और देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ डॉ। आर। राजेश कुमार ने स्मार्ट सिटी कार्यों की समीक्षा करते हुए जगह-जगह अधूरे पड़े कामों पर सख्त नाराजगी जताई थीं, उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को लेबर की संख्या बढ़ाने और जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के बाद देहरादून स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने लगातार दो दिन तक कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों और ठेकेदारों के साथ शहरभर का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान तमाम तरह के आदेश दिए गए।

3 महीने से काम ठप
स्मार्ट सिटी के काम ती महीने से ज्यादा समय से लगभग ठप पड़े हुए हैं। दर्शन लाल चौक से सीवर लाइन का जो काम दो साल पहले शुरू हुआ था, वह लगातार दूनाइट्स को परेशान करते हुए प्रिंस चौक तक पहुंचा है। लेकिन, तीन महीने से प्रिंस चौक से आगे नहीं बढ़ पाया है। प्रिंस चौक और अग्रवाल धर्मशाला के बीच सड़क करीब चार महीने पहले खोदी गई थी, लेकिन तब से काम एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पाया है। यही स्थिति परेड ग्राउंड के जीर्णोद्धार के काम की भी है। हर बार 15 अगस्त और 26 जनवरी तक परेड ग्राउंड का काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन हर बार इन राष्ट्रीय पर्वों को मनाने के लिए परेड ग्राउंड में अस्थाई व्यवस्था की जाती है।

रैलियों के बाद काम बाद
विधानसभा चुनाव के दौरान परेड ग्राउंड में भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों की रैलियों के लिए अस्थाई व्यवस्था की गई थी। चुनाव की आड़ में उस दौरान परेड ग्राउंड में काम बंद किया गया था। 14 फरवरी को चुनाव हुए और 10 मार्च को रिजल्ट भी आ गया। नई सरकार का गठन भी हो गया, लेकिन परेड ग्राउंड में काम शुरू नहीं हो पाया। रैली के दिनों में उखड़ गई टाइल्स भी अभी तक दुरुस्त नहीं की जा सकी हैं। जीर्णोद्धार के नाम पर खोदे जाने से पहले परेड ग्राउंड में साल भर कार्यक्रम होते थे। वीवीआईपी सभाओं के अलावा यहां साल भर कोई न कोई मेला लगा होता थाँ कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी परेड ग्राउंड गवाह रहा है। यहां वीआईपी स्टेज और स्मार्ट टॉयलेट के अलावा कोई काम पूरा नहीं हो पाया है।