-बंदरों को पकडऩे के लिए हरिद्वार चिडिय़ापुर से बुलाई गई स्पेशल टीम
-रक्षा बंधन पर दिनभर हेड क्वार्टर रेस्क्यू व चिडिय़ापुर की टीमें दौड़ती रहीं

देहरादून (ब्यूरो): टीम ने रक्षाबंधन के दिन तीन इलाकों से तीन सांप भी रेस्क्यू किए। दून में बंदरों का आतंक व सांप दिखाई देना नई बात नहीं है। लेकिन, त्योहार के दिन जब लोग घरों में फेस्टिवल मना रहे थे, तब वन विभाग की टीम बंदरों व सांपों के रेस्क्यू के लिए भटकती रही। टीम की दिन की शुरुआत सांप दिखाई देने के फोन कॉल्स से हुई। वन विभाग की हेड क्वार्टर टीम को सबसे पहले अजबपुर कलां इलाके से सांप दिखाई देने मिली।

तीन सांप रेस्क्यू, बंदर हाथ नहीं लगे

आनन-फानन में टीम वहां पहुंची। सांप को रेस्क्यू कर रही थी, इसी बीच एक और सूचना आई कि जोहड़ी जाखन में भी सांप दिखाई दिया है। इसी बीच टीम को एक और सूचना मिली, बताया गया कि मसूरी रोड पर भी सांप दिखाई दिया।

बंदरों के रेस्क्यू के लिए टीम मुस्तैद
बंदरों के रेस्क्यू के लिए भी वन विभाग की टीम दौड़ती रही। हालांकि, इसके लिए हरिद्वार चिडिय़ापुर से स्पेशल टीम बुलाई गई थी। लेकिन, उस टीम से काम नहीं चला। इसके बाद चिडिय़ापुर और हेडक्वार्टर की टीम ने मिलकर शहर के कई इलाकों में बंदरों के रेस्क्यू को लेकर अभियान चलाया। लेकिन, टीमों को सफलता नहीं मिली। मालसी रेंज के आरओ भुवन चंद केस्टवाल के नेतृत्व में टीमों ने बंदरों को रेस्क्यू करने का अभियान जारी रखा। टीम ने जाखन इलाके में कई पिंजरे लगा दिए हैं। विभाग को भरोसा है कि कल कुछ आतंकी बंदरों को रेस्क्यू कर दिया जाएगा।

चिडिय़ापुर सेंटर से बुलाई स्पेशल टीम
वन विभाग को जिन इलाकों से बंदरों के आतंक की सूचनाएं मिल रही हैैं। उनमें दून स्कूल, पटेलनगर स्थित जीआरडी, ब्रह्मपुरी आदि इलाके शामिल हैं। बताया गया है कि इन इलाकों में भी फ्राइडे को पिंजरे लगा दिए जाएंगे। वन विभाग को मिली शिकायतों के अनुसार दून में अब बंदर हमलावर हो रहे हैं। जिसके लिए विभाग ने चिडिय़ापुर स्थित विभागीय रेस्क्यू सेंटर से टीम बुलाई है। थर्सडे को वन विभाग हेडक्वार्टर टीम में जीतेंद्र बिष्ट, हयात सिंह व प्रमोद शामिल रहे। दरअसल, दून में पहले भी ऐसी शिकायतें मिलती रही हैं। जिसके बाद विभाग ने मथुरा व नजीमाबाद तक से टीमें बुलाई। बंदर रेस्क्यू भी किए। लेकिन, कुछ महीनों बाद फिर वही हाल देखने को मिल रहा है।
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