- प्रदेश में 3 हजार 333 वाहन चालकों पर हुई कार्रवाई
- दून में 2 हजार 291 वाहन चालकों पर हुई कार्रवाई
देहरादून, वाहन चालक किस तरह से मोटर व्हीकल एक्ट की धज्जियां उड़ा रहे हैं, आरटीओ हेड क्वार्टर से मिला डाटा इसकी तसदीक कर रहा है। पुलिस और आरटीओ ने जनवरी से मई तक प्रदेश भर में लाइसेंस चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 3 हजार 333 वाहन चालक बिना लाइसेंस के मिले। इसके अलावा रेड लाइट जंप, रॉन्ग साइड, ओवर लोड, नशा, मोबाइल यूज के खिलाफ भी अभियान चलाया गया। इसमें 43 हजार 119 चालन किए गए थे। अभियान पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से चलाया गया था।
देहरादून, हरिद्वार में कार्रवाई
मोटर व्हीकल एक्ट की धज्जियां उड़ाने में हरिद्वार और देहरादून सबसे आगे हैं। देहरादून में तीन माह में 2 हजार 291 और हरिद्वार में 722 बिना लाइसेंस के चालान किए गए। जबकि आरटीओ और पुलिस समय-समय पर ड्राइवर्स को अवेयर भी करती रहती है। बावजूद राजधानी में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। हरिद्वार और देहरादून में एआरटीओ के प्रवर्तन दल भी गठित किए गए हैं।
रुद्रप्रयाग-अल्मोड़ा अभियान नहीं
अल्मोड़ा और रुद्रप्रयाग में आरटीओ और पुलिस की कार्रवाई ने पोल खोल दी है। जहां प्रदेश भर में नियम कानून तोड़ रहे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी। वहीं इन दोनों जिले की पुलिस और आरटीओ अभियान में हिस्सा नहीं लिया। तीन माह में दोनों जिलों में लाइसेंस के विरुद्ध कार्रवाई का खाता भी नहीं खोला।
इन जिलों में सबसे कम चालान
सात जिलों में सबसे कम चालान किए गए। चंपावत में 2, चमोली में 3, पौड़ी में 3 , बागेश्वर में 6, पिथौरागढ़ में 7, टिहरी में 11, उत्तरकाशी में 14 बिना लाइसेंस के चालान किए गए। आरटीओ हेटक्वाटर कई बार बिना लाइसेंस ड्राइवर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दे चुका है। बावजूद प्रशासन हरकत में नहीं आ रहा है।
अब तक हुए चालान
कुल चालान - 3 हजार 333
देहरादून - 2291
हरिद्वार - 722
ऊधमसिंह नगर - 172
नैनीताल - 111
उत्तरकाशी - 14
टिहरी - 11
पिथौरागढ़ - 07
बागेश्वर - 06
पौड़ी - 03
चमोली - 03
चंपावत - 02
रुद्रप्रयाग - 00
अल्मोड़ा - 00
अन्य मद में चालान - 43 हजार 119